संसद में बजट पर चर्चा न होने से दुखी, सफलता की कहानी है अर्थव्यवस्था: Sitharaman

Sitharaman
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उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं बहुत दुखी महसूस कर रही हूं क्योंकि बजट पर बहस होती, तो मुझे इसके विभिन्न सकारात्मक पहलुओं को समझाने का मौका मिलता।’’ उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार साल दर साल ‘ईमानदार और पारदर्शी’ बजट पेश कर रही है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में आम बजट पर चर्चा नहीं होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि दोनों सदनों की कार्यवाही अबतक ठीक से नहीं चल सकी है और विपक्ष लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हथकंडे अपना रहा है। वित्त मंत्री ने साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘सफलता की कहानी’ बताया। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं बहुत दुखी महसूस कर रही हूं क्योंकि बजट पर बहस होती, तो मुझे इसके विभिन्न सकारात्मक पहलुओं को समझाने का मौका मिलता।’’ उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार साल दर साल ‘ईमानदार और पारदर्शी’ बजट पेश कर रही है।

सुस्‍त वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था के बीच प्रत्‍यक्ष और अप्रत्‍यक्ष राजस्‍व संग्रह में लगातार बढ़ोतरी और मुद्रास्‍फीति के ऊपरी संतोषजनक स्तर के आसपास बने रहने का उल्लेख करते हुए सीतारमण ने कहा कि प्रमुख वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍थाओं में भारत सबसे तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था एक सफलता की कहानी है।’’ अडाणी-हिंडनबर्ग मामले सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार पर विपक्ष के हमले के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि विपक्षी दल, विशेष रूप से कांग्रेस, भारतीय अर्थव्यवस्था की सफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विभिन्न हथकंडों का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी जैसे वैश्विक संकट के बावजूद देश का कर राजस्व बिना किसी अतिरिक्त कर के बढ़ रहा है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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