साई प्रसाद समूह की 200 संपत्तियों की नीलामी करेगा सेबी
सेबी ने अलग से एक नोटिस में कहा कि उसने मध्य प्रदेश में 90, ओड़िशा में 62 और महाराष्ट्र में 46 संपत्तियों को 74 करोड़ रुपये से अधिक से आरक्षित मूल्य पर नीलामी के लिए रखा है।
नयी दिल्ली। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अगले महीने साई प्रसाद समूह और उसके तीन निदेशकों की करीब 200 संपत्तियों की नीलामी करेगा। कंपनी द्वारा गैरकानूनी सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के जरिये निवेशकों से जुटाई गई हजारों करोड़ रुपये की राशि की वसूली के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है। सेबी पिछले दो साल से समूह की कंपनियों और उसके निदेशकों की संपत्तियों की बिक्री कर रहा है। इसके अलावा नियामक ने साई प्रसाद समूह के आभूषण, जेवरात और अन्य मूल्यवान सामान को भी बिक्री के लिए रखा है।
सेबी ने अलग से एक नोटिस में कहा कि उसने मध्य प्रदेश में 90, ओड़िशा में 62 और महाराष्ट्र में 46 संपत्तियों को 74 करोड़ रुपये से अधिक से आरक्षित मूल्य पर नीलामी के लिए रखा है। यह नीलामी 22 नवंबर को होगी। जिन कंपनियों की संपत्ति की नीलामी होगी उनमें साई प्रसाद कॉरपोरेशन, साई प्रसाद प्रॉपर्टीज और साई प्रसाद फूड्स शामिल हैं। इसके अलावा इन कंपनियों के निदेशकों बालासाहेब भापकर, शशांक भापकर और वंदना भापकर की संपत्तियों की भी नीलामी की जाएगी।
समूह की जिन संपत्तियों की नीलामी होनी है उनमें तीन राज्यों में कृषि भूमि, जमीन के टुकड़े, कार्यालय स्थल और वाणिज्यिक स्थल शामिल हैं। नियामक ने बोली लगाने की इच्छुक इकाइयों से कहा है कि वे स्वतंत्र होकर इन संपत्तियों की खुद जांच पड़ताल करें। हाल के समय में हजारों करोड़ रुपये की वसूली को साई प्रसाद समूह की कंपनियों के खिलाफ कई आदेश पारित किए गए हैं।
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