SBI प्रमुख बोले- Yes Bank की समस्या सिर्फ उसकी, बैंकिंग क्षेत्र की नहीं
केंद्रीय बैंक ने निजी क्षेत्र के देश के चौथे सबसे बड़े बैंक येस बैंक के नया कर्ज बांटने, कर्ज पुनर्गठित करने और निवेश करने पर रोक के साथ-साथ उसके निदेशक मंडल को भी तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। इसके अलावा बैंक के ग्राहकों पर 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की पाबंदी लगायी है।
नयी दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि येस बैंक की समस्या सिर्फ उससे जुड़ी है, यह पूरे बैंकिंग क्षेत्र की समस्या नहीं है। कुमार यह बात रिजर्व बैंक के बृहस्पतिवार को येस बैंक पर रोक लगाने के अगले दिन कही। केंद्रीय बैंक ने निजी क्षेत्र के देश के चौथे सबसे बड़े बैंक येस बैंक के नया कर्ज बांटने, कर्ज पुनर्गठित करने और निवेश करने पर रोक के साथ-साथ उसके निदेशक मंडल को भी तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया। इसके अलावा बैंक के ग्राहकों पर 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की पाबंदी लगायी है।
#UPDATE Shares of Yes Bank at Rs 14.50, down by 60.65%. The Bank was placed under moratorium by Reserve Bank of India (RBI) and the withdrawal limit was capped at Rs 50,000, yesterday. https://t.co/ZuF0otcthE
— ANI (@ANI) March 6, 2020
बृहस्पतिवार देर शाम एसबीआई के निदेशक मंडल ने येस बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह येस बैंक के लिए एक पुनर्गठन योजना लेकर आएंगे।’’ उन्होंने कहा कि येस बैंक के मुद्दे का समाधान ‘बहुत जल्द’ हो जाएगा।
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कुमार ने कहा, ‘‘यह बैंकिंग क्षेत्र की दिक्कत नहीं है। यह सिर्फ बैंक से जुड़ी (येस बैंक) दिक्कत है।’’ येस बैंक में एसबीआई के हिस्सेदारी खरीदने पर उन्होंने कहा कि बैंक को ऐसा करने की सैद्धांतिक मंजूरी पहले ही मिल चुकी है।
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