लगातार कम हो रही है नौकरीपेशा महिलाओं की संख्या, जानें क्या है वजह?
वहीं असंगठित क्षेत्र या बिना पारिश्रमिक वाले क्षेत्र में 19.5 प्रतिशत महिलाएं कार्यरत हैं। रपट में इसकी अहम वजह अच्छी शिक्षा तक महिलाओं की पहुंच कम होना और डिजिटल विभेद (डिजिटल डिवाइड) का बढ़ना बतायी गई है।
मुंबई। उद्योग क्षेत्र की बदलती जरूरतों को देखते हुए देश में कौशल विकास को लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओें के कौशल विकास पर सरकार विशेष ध्यान है। लेकिन एक सर्वेक्षण के अनुसार कार्यबल में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 2018 में बेहद कम हुआ है। डेलॉइट द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक सर्वेक्षण रपट के हिसाब से वर्ष 2005 में जहां नौकरी-पेशा क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी 36.7 प्रतिशत थी। वही 2018 में घटकर 26 प्रतिशत आ गई है।
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वहीं असंगठित क्षेत्र या बिना पारिश्रमिक वाले क्षेत्र में 19.5 प्रतिशत महिलाएं कार्यरत हैं। रपट में इसकी अहम वजह अच्छी शिक्षा तक महिलाओं की पहुंच कम होना और डिजिटल विभेद (डिजिटल डिवाइड) का बढ़ना बतायी गई है। रपट में कहा गया है कि देश ही नहीं दुनियाभर में रोजगार क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी कम होने की प्रवृत्ति देखी जा रही है।
Women's participation in the country's workforce has had a massive fall from 36.7% in 2005 to a low 26% in 2018.
— ℐℯṡṣⅈƈã (@theJessie21) March 8, 2019
Also as many as 19.5 crore women employed in the unorganised sector or in unpaid work in the country.#NewIndia4Narishakti #महिलादिवसhttps://t.co/Prex7iHzK4
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