Share Market| कारोबारी सप्ताह के अंत में मुनाफावसूली से फिसला बाजार, सेंसेक्स में 264 अंक की गिरावट
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। सेंसेक्स में 264.27 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी और ये 85,571.85 पर बंद हुआ।
भारत में घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को मुनाफावसूली के कारण गिरावट देखने को मिली है। दोनों मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी अपने उच्च स्तर से नीचे गिरे और बंद हुए। कारोबारियों का कहना है कि बैंकों और दैनिक उपयोग के सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली। नया रिकॉर्ड कायम करने के बाद ये नीचे गिर गया।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। सेंसेक्स में 264.27 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी और ये 85,571.85 पर बंद हुआ। हालांकि कारोबार के दौरान इसने 142.13 अंकों की बढ़त के साथ 85,978.25 के नए कारोबारी उच्च स्तर को भी छुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 37.10 अंक यानी 0.14 प्रतिशत गिरकर 26,178.95 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी ने 61.3 अंकों की बढ़त के साथ 26,277.35 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
जानकारी के मुताबिक निफ्टी में पिछले छह सत्रों से तेजी जारी थी जो शुक्रवार को कारोबार बंद होने से कुछ समय पहले ही थम गई। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से पावर ग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, अदाणी पोर्ट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में गिरावट रही। दूसरी तरफ सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाइटन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और बजाज फिनसर्व के शेयरों में बढ़त देखी गई।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में कुल 1,027.54 अंक यानी 1.21 प्रतिशत की तेजी देखी गई जबकि निफ्टी ने 388 अंक यानी 1.50 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, हाल में आए प्रभावशाली उछाल के बाद मानक सूचकांकों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, क्योंकि निवेशक ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली में लगे हुए थे। मझोली कंपनियों से जुड़े बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.29 प्रतिशत की बढ़त पर रहा जबकि छोटी कंपनियों के शेयरों से संबंधित स्मालकैप सूचकांक में 0.07 प्रतिशत की तेजी रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में रियल्टी खंड 1.01 प्रतिशत की गिरावट पर रहा जबकि बैंक एवं उपयोगिता खंडों में क्रमशः 0.89 प्रतिशत एवं 0.82 प्रतिशत की गिरावट रही। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, बाजार अनुकूल वैश्विक संकेतों के बावजूद हल्की गिरावट पर रहे। शुरुआती कारोबार में आईटी शेयरों के चलते तेजी रही लेकिन वह देर तक नहीं टिक पाई। बड़ी कंपनियों के शेयरों में मिले-जुले रुख से बाजार गतिविधियों पर लगाम लगा। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही जबकि दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में गिरावट दर्ज की गई। यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बृहस्पतिवार को खरीदार बन गए और उन्होंने 629.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध लिवाली की। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी 2,405.12 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत गिरावट के साथ 71.58 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 666.25 अंक उछलकर 85,836.12 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। एनएसई निफ्टी भी 211.90 अंक चढ़कर 26,216.05 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुआ था।
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