5G के लॉन्चिंग पर क्या बोले उद्योगपति, पढ़ें मुकेश अंबानी से लेकर सुनील भारती मित्तल तक के बयान
मुकेश अंबानी ने कहा कि मेरे विचार से 5G वह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में 5G को लॉन्च कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बताया गया है कि यह भारत के लिए परिवर्तनकारी कदम साबित होगा। दिल्ली में प्रगति मैदान में एक बड़ा कार्यक्रम किया गया था जिसमें अलग-अलग टेलीकॉम कंपनियों के मालिक भी पहुंचे हुए थे जिसमें एयरटेल के सुनील भारती मित्तल, जियो के मुकेश अंबानी, वोडाफोन आइडिया के कुमार मंगलम शामिल थे। इस दौरान मुकेश अंबानी ने कहा कि मेरे विचार से 5G वह मूलभूत तकनीक है जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करेगी।
इसे भी पढ़ें: 5G अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत, पीएम मोदी बोले- टेलीकॉम टेक्नॉलजी में global standard तय कर रहा भारत
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि हमने जो दिखाया है उस पर बहुत गर्व है। सीओएआई (सेलुलर ऑपरेटर्स असन ऑफ इंडिया) और डीओटी (दूरसंचार विभाग) के लिए, मैं कह सकता हूं कि हम नेतृत्व लेने के लिए तैयार हैं और भारतीय मोबाइल कांग्रेस अब एशियन मोबाइल कांग्रेस और ग्लोबल मोबाइल कांग्रेस बन जानी चाहिए। वहीं, एयरटेल के सुनील भारती मित्तल ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण दिन है। एक नए युग की शुरुआत होने वाली है। यह शुरुआत आजादी के 75वें वर्ष में हो रही है और देश में एक नई जागरूकता, ऊर्जा की शुरुआत करेगी। यह लोगों के लिए कई नए अवसर खोलेगा।
इसे भी पढ़ें: भारत में शुरू हुआ 5G युग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च की सर्विस, जानें किन मामलों में है खास
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि दूरसंचार उद्योग 1.3 अरब भारतीयों और हजारों उद्यमों के डिजिटल सपनों को और प्रज्वलित करेगा। यह देश के लिए अगले 3 वर्षों में एक ट्रिलियन डॉलर के योगदान के साथ 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए मंच तैयार करेगा। संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5G सेवाओं से कई क्षेत्रों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स, बैंकिंग में मूलभूत परिवर्तन आएगा और नई संभावना पैदा होंगी। डिजिटल क्षमताएं को बीच में रखकर उसके चारों तरफ नई सेवाएं बनेंगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह समिट तो ग्लोबल है लेकिन आवाज़ और आगाज़ लोकल है। आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का, इस सामर्थ्य को देखने का, उसके प्रदर्शन का विशेष दिवस है। आज़ादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में आज की तारीख इतिहास में दर्ज़ होने वाली है।
अन्य न्यूज़