2020-21 में 5.1 फीसदी रह सकती है भारत की जीडीपी वृद्धि दर: ओईसीडी
वैश्विक निकाय आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने सोमवार को 2020 के लिये भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर घटाकर 5.1 प्रतिशत कर दिया। भारत विकसित और विकासशील देशों का समूह जी-20 का सदस्य देश है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिये ताजा अनुमान नवंबर 2019 के अनुमान के मुकाबले 1.1 प्रतिशत अंक कम है।
नयी दिल्ली। वैश्विक निकाय आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने सोमवार को 2020 के लिये भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर घटाकर 5.1 प्रतिशत कर दिया जबकि पूर्व में इसके 6.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। खतरनाक कोरोना वायरस के घरेलू के साथ-साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
ओईसीडी ने कहा कि भरोसा, वित्तीय बाजार, यात्रा क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव तथा आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने को देखते हुए जी-20 के सभी देशों की 2020 के लिये वृद्धि दर को कम किया गया है। आर्थिक वृद्धि दर खासकर उन देशों की कम की गयी है, जो चीन से जुड़े हुए हैं।
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भारत विकसित और विकासशील देशों का समूह जी-20 का सदस्य देश है। ओईसीडी के अंतरिम आर्थिक परिदृश्य अनुमान के अनुसार भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर एक अप्रैल 2020 से शुरू वित्त वर्ष में 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है और अगले वित्त वर्ष में यह सुधरकर 5.6 प्रतिशत रह सकती है।
वित्त वर्ष 2020-21 के लिये ताजा अनुमान नवंबर 2019 के अनुमान के मुकाबले 1.1 प्रतिशत अंक कम है। संसद में पेश आर्थिक समीक्षा के अनुसार देश की आर्थिक वृद्धि दर 2020-21 में 6 से 6.5 प्रतिशत रह सकती है। वहीं राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने देश की जीडीपी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। ओईसीडी ने मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस के कारण मानवीय नुकसान के आर्थिक बाधाएं उत्पनन हुई हैं।
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