विमानन शक्ति के तौर पर तेजी से उभर रहा भारत: स्पाइसजेट प्रमुख
उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत की वृद्धि दर के बावजूद हमारे यहां केवल 3 से 3.5 प्रतिशत आबादी विमान में सफर करती है। यह इस बात का साफ संकेत है कि देश में विमानन क्षेत्र के आगे बढ़ने के लिये बहुत अवसर हैं।
दावोस। स्पाइसजेट के प्रमुख अजय सिंह ने भरोसा जताया कि भारत का विमानन क्षेत्र अपनी वृद्धि दर को जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि भारत "विमानन क्षेत्र में बड़ी शक्ति ’’ के रूप में उभर रहा है और यह भारतीय विमानन कंपनियों के लिए वैश्विक कंपनी बनाने का सही समय है। विश्व आर्थिक मंच की सालाना आम बैठक में हिस्सा लेने आए स्पाइसजेट के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सिंह ने कहा कि भारत "विभानन शक्ति" के तौर पर उभर रहा है क्योंकि भारतीय विमानन क्षेत्र सालाना 20 प्रतिशत की वृद्धि दर से दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत की वृद्धि दर के बावजूद हमारे यहां केवल 3 से 3.5 प्रतिशत आबादी विमान में सफर करती है। यह इस बात का साफ संकेत है कि देश में विमानन क्षेत्र के आगे बढ़ने के लिये बहुत अवसर हैं।
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सिंह ने बताया, "देश में विमानन क्षेत्र के लिये कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे बुनियादी ढांचा क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियां, लेकिन सरकार नए हवाई अड्डे बनाने के लिये काफी प्रयास कर रही है। दूसरी ओर, उड़ान योजना उन छोटे शहरों को जोड़ रहा है, जो पहले कभी विमानन नक्शे पर नहीं थे। पिछले 75 साल में सिर्फ 75 हवाई अड्डे जुड़े जबकि उसके बाद के तीन से चार साल में और 70-75 हवाई अड्डों को आपस में जोड़ा गया है।"
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चुनौती को लेकर सिंह ने कहा कि विमानन क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती लागत अधिक होना है। उन्होंने कहा कि विमान ईंधन की लागत अधिक, हवाई अड्डे की लागत अधिक है लेकिन हवाई सफर का किराया वैश्विक औसत से कम है। सिंह ने कहा कि अगले कुछ सालों में यह दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
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