आईसीआईसीआई बैंक का एकीकृत लाभ 31.43 प्रतिशत बढ़कर 8007 करोड़ रुपये पर
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रमुख कारोबार बढ़ने और फंसे कर्जों के लिए प्रावधान की जरूरत कम पड़ने से उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31.43 प्रतिशत बढ़कर 8,007 करोड़ रुपये हो गया।
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रमुख कारोबार बढ़ने और फंसे कर्जों के लिए प्रावधान की जरूरत कम पड़ने से उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31.43 प्रतिशत बढ़कर 8,007 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि इस तिमाही में उसका एकल आधार पर शुद्ध लाभ 37.14 प्रतिशत बढ़कर 7,557.84 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,510.95 करोड़ रुपये रहा था।
जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की प्रमुख शुद्ध ब्याज आय 26 प्रतिशत बढ़कर 14,707 करोड़ रुपये हो गई। इसमें 23 प्रतिशत की कर्ज वृद्धि और शुद्ध ब्याज मार्जिन में 0.30 प्रतिशत की बढ़त का भी योगदान रहा। आलोच्य तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 31,088 करोड़ रुपये हो गई। इसके साथ उसका कुल खर्च भी 19,408 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले 18,027 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान बैंक का फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान घटकर 1,644.52 करोड़ रुपये हो गया जो साल भर पहले 2,713.48 करोड़ रुपये रहा था।
हालांकि जून तिमाही के 1,143.82 करोड़ रुपये की तुलना में यह अधिक रहा। बैंक के कार्यकारी निदेशक संदीप बत्रा ने संवाददाताओं से कहा कि बैंक जमा वृ्द्धि की सुस्त दर को अपनी संभावनाओं के लिए आघात के तौर पर नहीं देख रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि जमा वृद्धि दर का उसकी अग्रिम वृद्धि पर असर देखने को मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बैंक की थोक बैंकिंग में वृद्धि काफी हद तक कार्यशील पूंजी उधारी से आई है।
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