गोयल ने कहा, कपड़ा निर्यात को 100 अरब डॉलर तक ले जाने का इरादा
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कपास उद्योग से जुड़े सभी पक्षों को कपास से बने उत्पादों का मूल्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर प्रयास करने भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले साल कपड़ा निर्यात करीब 42 अरब डॉलर का रहा था और अगले पांच-छह साल में इसे बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले पांच-छह वर्षों के देश के कपड़ा निर्यात को बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का इरादा है। इस लक्ष्य के पूरा होने पर कपड़ा उद्योग का कुल मूल्य बढ़कर 250 अरब डॉलर हो जाएगा। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत के कपड़ा उद्योग ने करीब 42 अरब डॉलर का निर्यात किया था। गोयल ने निर्यात संवर्द्धन परिषदों के सदस्यों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि विनिर्माताओं को मांग पूरी करने के लिए कपास की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास शुरू कर देने चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कपास उद्योग से जुड़े सभी पक्षों को कपास से बने उत्पादों का मूल्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर प्रयास करने भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले साल कपड़ा निर्यात करीब 42 अरब डॉलर का रहा था और अगले पांच-छह साल में इसे बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। गोयल ने कहा कि कपड़ा निर्यात के इस लक्ष्य को अगर हासिल कर लिया जाता है तो इस उद्योग का कुल घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य सम्मिलित रूप से 250 अरब डॉलर का हो जाएगा।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कपास का उत्पादन फसल सत्र 2022-23 के दौरान 3.41 गांठ रहने का अनुमान है जबकि एक साल पहले यह 3.12 गांठ रहा था। एक गांठ का वजन 170 किलोग्राम का होता है। कपास की बुवाई खरीफ सत्र में होती है और अक्टूबर से इसकी कटाई भी शुरू हो चुकी है। गोयल ने कहा कि कपड़ा मिशन के तहत उपलब्ध कोष का इस्तेमाल नई परियोजनाओं में किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जी-20 बैठकों एवं कार्यक्रमों के दौरान भी भारतीय कपड़ा क्षेत्र की संभावनाओं को प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
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