सरकार ने ओएएलपी- दो के लिए बोली लगाने की समय सीमा 10 अप्रैल तक बढ़ाई
ओएएलपी - दो की बोली की अंतिम तिथि तीसरे दौर के ओएएलपी के तहत 23 तेल एवं गैस तथा कोल बेड मीथेन (सीबीएम) के लिये बोली सौंपने की अंतिम तिथि के साथ ही पड़ रहा था। तीसरे दौर की शुरुआत 10 फरवरी को की गई थी।
नयी दिल्ली। सरकार ने खुला क्षेत्र लाइसेंसिंग नीति (ओएएलपी) के दूसरे दौर के तहत पेश किये गये 14 तेल एवं गैस खोज ब्लॉक के लिये बोली लगाने की अंतिम तिथि को एक माह आगे बढ़ा दिया है। ओएएलपी- दो बोली दौर में 14 ब्लॉक की पेशकश की गई है।इसमें 29,333 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र शामिल है। इसके लिये पहले बोलियां सौंपने का काम मंगलवार को समाप्त हो जाना था। हाइड्रकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) ने संक्षिप्त नोटिस जारी कर कहा है, ‘‘ओएएलपी दौर- दो के लिये बोली सौंपने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 10 अप्रैल, 2019 कर दी गई है। डीजीएच ने हालांकि, बोली सौंपने की अंतिम तिथि बढ़ाने की कोई वजह नहीं बताई है।
ओएएलपी - दो की बोली की अंतिम तिथि तीसरे दौर के ओएएलपी के तहत 23 तेल एवं गैस तथा कोल बेड मीथेन (सीबीएम) के लिये बोली सौंपने की अंतिम तिथि के साथ ही पड़ रहा था। तीसरे दौर की शुरुआत 10 फरवरी को की गई थी। ओएएलपी- दो की पेशकश छह माह देरी से हुई है जबकि इसे तीसरे दौर की बोली पेशकश से मुश्किल से एक माह पहले जारी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि ओएएलपी- दो और ओएएलपी- तीन साथ साथ चलेंगे।
इसे भी पढ़ें: लगातार कम हो रही है नौकरीपेशा महिलाओं की संख्या, जानें क्या है वजह?
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने सात जनवरी को ओएएलपी- दो बोली दौर को जारी करते हुये कहा था कि तेल और गैस ब्लॉक की जो पेशकश की गई है उसमें 40,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलने की उम्मीद है। पहले दौर के ओएएलपी में 55 तेल एवं गैस खोज क्षेत्र में 60,000 करोड़ रुपये की निवेश प्रतिबद्धता जताई गई है। तीसरे दौर में सरकार को 70 करोड़ डालर यानी 49,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिलने की उम्मीद है। इससे घरेलू उत्पादन बढेगा और आयात में कमी आयेगी।
अन्य न्यूज़