जानें अगर भारत में फैलता है कोरोना वायरस तो देश की इकॉनमी पर कितना असर पड़ेगा?
फिच सॉल्यूशंस ने चीन में कोरोना वायरस के फैले संक्रमण के कारण 2020 में घरेलू वाहन विनिर्माण 8.3 प्रतिशत सिकुड़ जाने का बुधवार को अनुमान व्यक्त किया है।फिच ने कहा कि चीन भारतीय वाहन उद्योग के लिये कल-पुर्जों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।बता दें कि भारतीय वाहन उद्योग चीन के कल-पुर्जों पर निर्भर है।
नयी दिल्ली। फिच सॉल्यूशंस ने चीन में कोरोना वायरस के फैले संक्रमण के कारण 2020 में घरेलू वाहन विनिर्माण 8.3 प्रतिशत सिकुड़ जाने का बुधवार को अनुमान व्यक्त किया है। चीन में इस वायरस का संक्रमण के फैलने के कारण वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों ने उत्पादन रोक दिया है।
फिच ने कहा कि यदि भारत में भी वायरस का संक्रमण फैला तो यहां भी इस तरह की नीतियां अपनायी जा सकती हैं। उसने कहा कि भारत की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रणाली की स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भारत में वायरस का संक्रमण फैलने की रफ्तार चीन की तुलना में अधिक होगी और घरेलू वाहन उद्योग पर अधिक व्यापक असर देखने को मिलेगा।
फिच ने कहा कि चीन भारतीय वाहन उद्योग के लिये कल-पुर्जों का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। ऐसे में चीन में तैयार कल-पुर्जों की कमी होने से भारतीय वाहन उद्योग को उत्पादन की गति कम करने या बंद करने को बाध्य होना पड़ सकता है।
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उन्होंने कहा ‘‘इन कारणों से हम 2020 में घरेलू वाहन विनिर्माण में 8.3 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान करते हैं। वर्ष 2019 में इसमें 13.2 प्रतिशत की गिरावट रही थी।’’फिच ने कहा, ‘‘चीन भारत के वाहन कल-पुर्जा जरूरत की 10 से 30 फीसदी की पूर्ति करता है। यदि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग की बातें करें तो यह दो या तीन गुना अधिक हो जाता है। इससे पता चलता है कि भारतीय वाहन उद्योग किस तरह से चीन के कल-पुर्जों पर निर्भर है।’’
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