CSR कंपनियों को समाज से जोड़ने का काम करता है: सुरेश प्रभु
‘सीएसआर के जरिये भारत में रूपांतरण के लिये वैज्ञानिक हस्तक्षेप’ विषय पर एक कार्यक्रम में प्रभु ने कहा कि जो कंपनियां सीएसआर गतिविधियों में दो प्रतिशत खर्च कर रही हैं वह उद्योग की बेहतर साख बनातीं हैं।
नयी दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज कहा कि कंपनी सामाजिक जवाबदेही (सीएसआर) के तहत कंपनियों को अपने मुनाफे का दो प्रतिशत सामाजिक दायित्व पर खर्च करना होता है, यह एक बेहतरीन कानूनी प्रावधान है और यह कंपनियों को समाज से जोड़ने का काम करता है। कंपनी कानून 2013 के तहत एक निश्चित श्रेणी में आने वाली लाभ कमा रही कंपनियों को अपने तीन साल के औसतन शुद्ध लाभ का कम-से-कम दो प्रतिशत सीएसआर के तहत खर्च करना होता है। उन्होंने कहा कि भारत संभवत: एकमात्र देश है जहां इस प्रकार की कानूनी व्यवस्था रखी गई है।
‘सीएसआर के जरिये भारत में रूपांतरण के लिये वैज्ञानिक हस्तक्षेप’ विषय पर एक कार्यक्रम में प्रभु ने कहा कि जो कंपनियां सीएसआर गतिविधियों में दो प्रतिशत खर्च कर रही हैं वह उद्योग की बेहतर साख बनातीं हैं। अगर कोई कंपनी समाज का भरोसा हासिल नहीं करती है तो वह बेहतर कारोबार नहीं कर सकती। हालांकि, उन्होंने कहा कि कंपनियों के लिये सामाजिक विकास की गतिविधियों में जुड़ना एक चुनौती है।वित्त वर्ष 2016-17 में 6,286 कंपनियों ने सीएसआर गतिविधियों पर 4,719 करोड़ रुपये खर्च किये।
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