सीतारमण ने बैंक अधिकारियों को दिया आश्वासन, कहा- नहीं किया जाएगा परेशान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बैंक अधिकारियों को आश्वस्त किया कि उनके सही वाणिज्यिक निर्णय अगर किसी कारण से गलत होते हैं तो उसको लेकर उनसे कोई पूछताछ नहीं होगी और दंडित नहीं किया जाएगा। सीतारमण ने बैंक अधिकारियों से शाखा आधारित बैंकिंग पर जोर देने और ग्राहकों की पहुंच में सुधार लाने का आग्रह किया।
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बैंक अधिकारियों को आश्वस्त किया कि उनके सही वाणिज्यिक निर्णय अगर किसी कारण से गलत होते हैं तो उसको लेकर उनसे कोई पूछताछ नहीं होगी और दंडित नहीं किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि गलत इरादे से लिये गये निर्णय को कानून के तहत कड़ाई से निपटा जाएगा।
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सीतारमण ने कहा कि हमने यह स्पष्ट किया है कि सही वाणिज्यिक निर्णय अगर कंपनी के डूबने के कारण से गलत हुए तो उसको लेकर अधिकारियों को उसके लिये परेशान नहीं किया जाएगा।’’ यहां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि बैंक अधिकारी उस समय से कुछ परेशान हुए जब 2015 में संपत्ति गुणवत्ता समीक्षा शुरू हुई। इसको लेकर उनमें थोड़ी विमुखता आयी है। उन्होंने कहा, ‘‘कई चीजों को फिर से निर्धारित करना है... हममें से कई अभी भी यह मानते हैं कि लोगों को बिना किसी भय या संदेह के आगे बढ़ना है कि जिस मंशा के साथ वे काम कर रहे हैं, वे बेहतर हैं... वे कार्य पेशेवर रुख के साथ किये गये हैं तो उसको लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।’’
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सीतारमण ने बैंक अधिकारियों से शाखा आधारित बैंकिंग पर जोर देने और ग्राहकों की पहुंच में सुधार लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘आज भी जब लोग मुझसे मिलने आते हैं, वे इस बात पर चिंता जताते हैं कि शाखा स्तर पर हम अधिक मित्रवत हो कैसे सकते हैं।’’सीतारमण ने कहा कि शाखाओं में ग्राहकों के साथ जो व्यक्तिगत संबंध होते थे, वे कम हो रहे हैं। उसे फिर से बहाल करने की जरूरत है।
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