अश्विनी वैष्णव ने किया 5G कॉल का सफल परीक्षण, बोले- रेल मंत्रालय हाइपरलूप पहल का करेगा पूरा समर्थन
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इसे भारत में ही विकसित और डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें आईआईटी-मद्रास टीम पर गर्व है जिसने 5जी टेस्ट पैड विकसित किया है, जो संपूर्ण 5जी विकास पारिस्थितिकी तंत्र और हाइपरलूप पहल को बड़े अवसर प्रदान करेगा। रेल मंत्रालय हाइपरलूप पहल का पूरा समर्थन करेगा।
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को आईआईटी-मद्रास में 5जी कॉल का सफल परीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वॉयस और वीडियो कॉल किया। आपको बता दें कि इसे भारत में ही डिजाइन और विकसित किया गया है। ऐसे में अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमें आईआईटी मद्रास पर गर्व है। जिसने 5जी टेस्ट पैड को विकसित किया है।
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समाचार एजेंसी एएनआई ने केंद्रीय मंत्री का 5जी कॉल का सफल परीक्षण करने वाला वीडियो साझा किया है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसे भारत में ही विकसित और डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें आईआईटी-मद्रास टीम पर गर्व है जिसने 5जी टेस्ट पैड विकसित किया है, जो संपूर्ण 5जी विकास पारिस्थितिकी तंत्र और हाइपरलूप पहल को बड़े अवसर प्रदान करेगा। रेल मंत्रालय हाइपरलूप पहल का पूरा समर्थन करेगा।
#WATCH Union Minister for Electronics & Information Technology Ashwini Vaishnaw today tested 5G call at IIT-Madras.
— ANI (@ANI) May 19, 2022
"Entire end to end network is designed and developed in India," he added pic.twitter.com/HNtWFgQHVz
जल्द तैयार हो जाएगा भारत का अपना 5जी ढांचा
इससे पहले अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि इस साल सितंबर-अक्टूबर तक भारत का खुद का 5जी ढांचा तैयार हो जाएगा। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने ने कहा था कि भारत का स्वदेशी दूरसंचार ढांचा बड़ी आधारभूत प्रौद्योगिकी प्रगति का दर्शाता है। उन्होंने इस दौरान दुनिया के देशों से लागत और गुणवत्ता में लाभ के लिहाज से भारत के स्वदेशी दूरसंचार ढांचे को सक्रिय रूप से देखने का आग्रह भी किया था।
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हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस दशक के अंत तक देश में 6जी सेवा आरंभ हो पाए, इसके लिए सरकार की ओर से कोशिशें आरंभ हो गई हैं और एक कार्य बलदेश में 3जी और 4जी सेवा उपलब्ध है और अगले कुछ महीनों में 5जी सेवा की शुरुआत किए जाने की तैयारी है। इस मौके पर उन्होंने आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में कुल आठ संस्थानों द्वारा बहु-संस्थान सहयोगी परियोजना के रूप में विकसित 5जी टेस्ट बेड की भी शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा था कि मुझे देश को अपना, खुद से निर्मित 5जी टेस्ट बेड राष्ट्र को समर्पित करने का अवसर मिला है। ये दूरसंचार क्षेत्र में क्रिटिकल और आधुनिक टेक्नॉलॉजी की आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक अहम कदम है।
We're proud of the IIT-Madras team which has developed the 5G test pad which will provide huge opportunities to the entire 5G development ecosystem and the Hyperloop initiative. Railways Ministry will fully support the Hyperloop initiative: Union Minister Ashwini Vaishnaw pic.twitter.com/ewbBEQMDaR
— ANI (@ANI) May 19, 2022
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