केंद्रीय मंत्री अठावले ने कंगना से की मुलाकात, कहा- मुंबई में डरने की जरूरत नहीं
रामदास आठवले ने आरोप लगाया कि शिवसेना शासित बीएमसी द्वारा उपनगर बांद्रा में कंगना के बंगले के कुछ हिस्से को बदले की भावना से ढहाया गया और इसमें महाराष्ट्र सरकार की भी भूमिका थी। मंत्री ने कहा कि मैंने एक घंटे तक उनसे बात की। मैंने उनसे कहा कि उन्हें मुंबई में डरने की जरूरत नहीं है।
मुंबई। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बृहस्पतिवार को अभिनेत्री कंगना रनौत से मुलाकात की जो मुंबई और यहां की पुलिस पर अपने बयानों को लेकर विवाद में हैं। मंत्री ने कंगना से बातचीत में उनसे कहा कि उन्हें मुंबई में डरने की जरूरत नहीं है। भाजपा के सहयोगी दल आरपीआई-ए के प्रमुख आठवले ने स्पष्ट किया कि वह रनौत के उन बयानों से सहमत नहीं है, जिनमें उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी और मुंबई पुलिस की भी आचोलना की थी। आठवले ने आरोप लगाया कि शिवसेना शासित बीएमसी द्वारा उपनगर बांद्रा में कंगना के बंगले के कुछ हिस्से को बदले की भावना से ढहाया गया और इसमें महाराष्ट्र सरकार की भी भूमिका थी।
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मंत्री ने कहा कि कंगना ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के संबंध में सच बोला था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर रही सीबीआई को इस निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिये कि राजपूत ने आत्महत्या की या फिर उनकी हत्या की गई। आठवले ने यहां उपनगरीय खार में कंगना के आवास पर उनसे मुलाकात की। मंत्री ने कहा कि मैंने एक घंटे तक उनसे बात की। मैंने उनसे कहा कि उन्हें मुंबई में डरने की जरूरत नहीं है। मुंबई शिवसेना, आरपीआई-ए, भाजपा, कांग्रेस, राकांपा और सभी धर्मों, जातियों तथा भाषाओं को बोलने वाले लोगों की है। आठवले ने अभिनेत्री का समर्थन करते हुए बुधवार को उनके मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचने पर सुरक्षा प्रदान करने की पेशकश की थी। शिवसेना के नियंत्रण वाली बीएमसी ने बुधवार सुबह कंगना के बांद्रा स्थित बंगले पर ‘अवैध निर्माण’ को गिराने की कार्रवाई शुरू की थी। हालांकि इसके कुछ ही देर बाद अदालत से कंगना को राहत मिल गयी थी और बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी गयी।
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