तेज हुई सुशांत सिंह राजपूत को इंसाफ दिलाने की मांग, इसी बीच परिवार ने लिया ये बड़ा फैसला
बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का बचपन पटना के जिस मकान में बीता था, उसे स्मारक में तब्दील किया जाएगा। वहीं, उनके नाम पर एक संस्था बनाई जाएगी जो विभिन्न क्षेत्रों में उभरती प्रतिभाओं की मदद करेगी। उनके परिवार ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पटना। बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अब इस दुनिया में नहीं है। 14 जून 2020 को सुशांत को उनके घर पर मृत पाया गया। पुलिस के मुताबिक उन्होंने आत्महत्या की है लेकिन आत्महत्या क्यों की इसका पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है। सुशांत की मौत के बाद बॉलीवुड पर कब्जा करके बैठे खान, कपूर, भट्ट, चौपड़ा परिवार के प्रति लोगों में काफी नाराजगी हैं। सोशल मीडिया पर सुशांत के फैंस उन्होंने याद कर कहे हैं। मौत के 15 दिन बाद भी सुशांत का नाम रोज सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग में होता हैं। फैंस सुशांत के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। सबसे बड़ा दुख सुशांत के परिवार के लिए हैं। सुशांत के परिवार ने सुशांत की याद में एक बड़ा फैसला लिया।
इसे भी पढ़ें: सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 13 दिन बाद आया परिवार का बयान, लिया ये बड़ा फैसला
बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का बचपन पटना के जिस मकान में बीता था, उसे स्मारक में तब्दील किया जाएगा। वहीं, उनके नाम पर एक संस्था बनाई जाएगी जो विभिन्न क्षेत्रों में उभरती प्रतिभाओं की मदद करेगी। उनके परिवार ने शनिवार को यह जानकारी दी। सुशांत (34) वर्षीय का शव 14 जून को मुंबई स्थित उनके आवास में मिला था और उनका श्राद्ध शनिवार को संपन्न हुआ। परिवार ने एक बयान में कहा कि अभिनेता के इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक को बरकरार रखा जाएगा, ताकि ‘उनकी यादों को जिंदा रखा जा सके।’
इसे भी पढ़ें: सुशांत सिंह राजपूत की वायरल हो रही इस तस्वीर में आखिर कौन है ये क्यूट गर्ल? बहुत खास है दोनों का रिश्ता
बयान में कहा गया, ‘‘ पटना में राजीव नगर स्थित उनके घर को स्मारक में बदला जाएगा। हम उनकी निजी यादगार चीजों और सामानों को वहां रखेंगे।’’ अभिनेता की किताबें, टेलिस्कोप, फ्लाइट-सिम्युलेटर और अन्य सामानों को वहां रखा जाएगा। बयान में कहा गया, ‘‘ उनकी याद और विरासत को सम्मान देने के लिए परिवार ने सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन (एसएसआरएफ) की स्थापना करने का निर्णय लिया है, ताकि अभिनेता के दिल के करीब रहे सिनेमा, विज्ञान और खेल के क्षेत्र की प्रतिभाओं की मदद की जा सके।’’ बयान में कहा गया, ‘‘ वे प्रतिभावान व्यक्ति थे। सारी चीजों के प्रति उनमें जिज्ञासा थी। बिना बंधनों और दायरे के उन्होंने सपने देखे और एक शेर की तरह उन सपनों का पीछा किया। उसकी मुस्कान बहुत उदार थी। वह परिवार का गर्व और प्रेरणा थे।
अन्य न्यूज़