एक ही दिल है सोनू सूद आप कितनी बार जीतोगे! एक्टर ने गरीबों को बांटे ई-रिक्शे
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए एक मसीहा बन कर उभरें है। उन्होंने निस्वार्थ होकर जिस तरह से प्रवासी मजदूरों की मदद की, उससे उनको चाहने वालों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गयी है।
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए एक मसीहा बन कर उभरें है। उन्होंने निस्वार्थ होकर जिस तरह से प्रवासी मजदूरों की मदद की, उससे उनको चाहने वालों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गयी है। दुनियाभर में सोनू सूद की तारीफ हो रही है। पर्दे का विलेन असल जिंदगी में सुपरहिरों से कम नहीं।
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बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद फिर से COVID-19 महामारी के समय जरूरतमंदों की मदद के लिए बढ़ चढ़ कर आगे आये और इंसानियत के तौर पर बिना स्वार्थ के गरीबों की मदद की। गरीबों की मदद का सिलसिला उन्होंने अभी भी आगे बढ़ाया हुआ है। अब सोनू सूद ने कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में जिन्होंने अपनी अजीविका को गवां दिया है करीबों को रोजगार देने के लिए ई-रिक्शा बांटने की पहल की। इस अवसर पर, उन्होंने पंजाब के मोगा में 8 जरूरतमंद लोगों को ई-रिक्शा सौंपे। उन्होंने कहा, “यह मेरा छोटा योगदान है जो जरूरतमंदों की मदद करने के लिए है। हम ऐसा पूरे देश में कर रहे हैं।
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आपको बता दे कि मार्च 2020 में, जब सरकार ने देश में चल रहे कोरोनोवायरस महामारी के कारण देशव्यापी तालाबंदी लागू कर दी, तो प्रवासी कामगारों को घर वापस जाने के लिए कोई पैसा या साधन नहीं बचा। तब सोनू सूद उनके बचाव में आए। उन्होंने दिहाड़ी मजदूरों को उनके घरों में वापस पहुंचाने के लिए चार्टर्ड उड़ानों, बसों और ट्रेनों की व्यवस्था की। जरूरतमंदों की मदद करने के उनके अविश्वसनीय प्रयास के कारण अभिनेता को 'प्रवासियों का मसीहा' कहा गया है। चूंकि कई लोगों ने महामारी के दौरान अपनी आय के साधन खो दिए हैं, इसलिए उन्होंने उन्हें आय का एक वैकल्पिक स्रोत भी प्रदान किया।
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हर दिन सोनू सूद को सैकड़ों पत्र मिलते हैं जो उनसे मदद मांगते हैं। अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर इन पत्रों की एक तस्वीर साझा की थी और लिखा, हेल्प मेल्स जो मुझे हर दिन मिलती है। काश मैं हर किसी तक पहुंच सकता, जो असंभव दिखता है। उस दिन का इंतजार करेंगे जब ये पत्र संख्याओं में कम हो जाएंगी और हम हर जगह (समृद्धि) अधिक समृद्धि लाएंगे।
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