इंडियन आइडल विजेता पवनदीप के गृहनगर चंपावत में भव्य स्वागत की तैयारियां

Indian Idol winner Pawandeep Rajan

चंपावत के विधायक कैलाश गहटोरी ने इंतजाम पर चर्चा करने के लिए बुधवार को यहां एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा, ‘‘बनबसा शहर से टनकपुर और चंपावत तक पूरे रास्ते में स्वागत द्वार बनाए जाएंगे, जहां पवनदीप का भव्य स्वागत किया जाएगा।

चंपावत(उत्तराखंड)। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र का यह छोटा सा शहर म्यूजिक रियलिटी शो इंडियन आइडल के विजेता पवनदीप राजन का 26 अगस्त को पहली बार अपने गृहनगर लौटने पर भव्य स्वागत करने के लिए तैयार है। चंपावत के विधायक कैलाश गहटोरी ने इंतजाम पर चर्चा करने के लिए बुधवार को यहां एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा, ‘‘बनबसा शहर से टनकपुर और चंपावत तक पूरे रास्ते में स्वागत द्वार बनाए जाएंगे, जहां पवनदीप का भव्य स्वागत किया जाएगा।’’ उन्होंने बताया कि बैठक में लायंस क्लब, चंपावत व्यापार मंडल और रामलीला समिति के सदस्य शामिल हुए।

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राम लीला समिति के सदस्य नीरज सिंह कहते हैं, ‘‘हम सभी पवन (जैसा कि उन्हें स्थानीय लोग प्यार से बुलाते हैं) की सफलता से खुश हैं। यह पहली बार है कि जिले की एक प्रतिभा ने राष्ट्रीय स्तर पर इसका नाम रौशन किया है। हम उनका गर्मजोशी से स्वागत करने के इच्छुक हैं। ’’ चंपावत के रहने वाले पवनदीप राजन (23) ने 15 अगस्त को इंडियन आइडल का 12वां एडिशन जीता था। चंपावत पीजी कॉलेज के संगीत शिक्षक पंकज उप्रेती ने कहा, ‘‘यह उनके लोक संगीतकार पिता सुरेश राजन के लिए एक सपने के सच होने जैसा है, जिन्होंने 3 साल की उम्र में पवन को संगीत की बुनियादी शिक्षा देना शुरू कर दिया था।’’ उन्होंने कहा कि उनकी लगातार कड़ी मेहनत और उनके पिता से विरासत में मिले संगीतने पवन को शीर्ष पर पहुंचा दिया।

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संगीत शिक्षक ने कहा कि उत्तराखंड के संगीत प्रेमी और देश भर में कार्यक्रम के दर्शक पहले दिन से उनके साथ थे और अंत तक उनके साथ रहे। उप्रेती ने कहा कि लगता है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उनकी सफलता की कामना करने वाली अपील भी उनके पक्ष में काम कर गई। पवनदीप की उपलब्धि पर कुमाऊं विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफेसर लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने कहा कि चंपावत से जाते हुए पवनदीप के पास अपनी प्रतिभा और सादगी के अलावा कुछ भी नहीं था लेकिन वह एक विजेता बनकर लौटा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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