प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकारी नियमन ही एकमात्र समाधान है: अनन्या पाडे

Ananya Pandey
ANI

‘डीपफेक’ एक डिजिटल पद्धति है, जिसमें एआई का इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति की तस्वीर को दूसरे व्यक्ति की तस्वीर पर लगा दिया जाता है। एआई के इस्तेमाल से बनी ऐसी वीडियो व तस्वीर एकदम असली प्रतीत होती हैं।

अभिनेत्री अनन्या पांडे ने कहा कि सरकार को प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग को रोकने के लिए कुछ नियम बनाने की जरूरत है क्योंकि यही इससे निपटने का एकमात्र तरीका नजर आता है।

अनन्या की आने वाली फिल्म ‘सीटीआरएल’ कृत्रिम मेधा (एआई) पर आधारित है। हाल ही में आमिर खान, रणवीर सिंह, आलिया भट्ट और रश्मिका मंदाना जैसे कलाकार ‘डीपफेक’ वीडियो का शिकर हुए थे जिसने एआई के दुरुपयोग को लेकर चिंता को और बढ़ा दिया है।

फिल्म ‘सीटीआरएल’ में पांडे अपने प्रेमी (विहान समत) को उन्हें धोखा देते हुए पकड़ने के बाद एक एआई ऐप को उसकी यादों को उनके जीवन से ‘‘मिटाने’’ को कहती है।

पांडे ने यहां आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार’ (आईफा) 2024 से इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से मशहूर हस्तियों के ‘डीपफेक वीडियो’ पर बात की और कहा, ‘‘....मुझे लगता है कि इसके लिए सरकार को नियम बनाने होंगे, शायद इससे निपटने का यही एकमात्र समाधान है।’’

‘डीपफेक’ एक डिजिटल पद्धति है, जिसमें एआई का इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति की तस्वीर को दूसरे व्यक्ति की तस्वीर पर लगा दिया जाता है। एआई के इस्तेमाल से बनी ऐसी वीडियो व तस्वीर एकदम असली प्रतीत होती हैं। सैफरन और आंदोलन फिल्म्स के बैनर तले बनी ‘सीटीआरएल’ चार अक्टूबर से ओटीटी मंच ‘नेटफ्लिक्स’ पर प्रसारित की जाएगी। फिल्म का निर्देशन विक्रमादित्य मोटवानी ने किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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