प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने कहा कि 'योग से निरोग' कार्यक्रम का लक्ष्य है कि जो मरीज वर्तमान में होम आईसोलेशन में है वे वहीं रहकर ठीक हों और उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत न पड़े। कोरोना महामारी में मरीजों को तनाव और अवसाद से बचाना, उनका मनोबल बनाए रखना और योग के साथ पौष्टिक आहार के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करना भी कार्यक्रम में सम्मिलित है। 'योग से निरोग' कार्यक्रम में मरीजों को दिन में दो बार वीडियो कॉल या फोन कॉल द्वारा योग, ध्यान, आसन प्राणायाम का अभ्यास कराया जाता है। वर्तमान में प्रदेश में 93 हजार व्यक्तियों को तीन हजार से अधिक प्रशिक्षक सेवाएँ उपलब्ध करा रहे हैं।