By अभिनय आकाश | Nov 29, 2021
केंद्र सरकार की तरफ से दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, कुछ समय पहले मस्क ने टेस्ला के साथ ही अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा स्टारलिंक को भारत में शुरू करने की घोषणा की थी। यहां तक की स्टारलिंक ने तो ग्राहकों से सब्सक्रिप्शन शुल्क भी लेना शुरू कर दिया था। लेकिन अब भारत सरकार ने स्टारलिंक सेवा से लोगों को दूर रहने के लिए कह दिया है। सरकार ने कहा है कि एलन मस्क की स्टारलिंक इंटरनेट सेवाओं को भारत में उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवाओं की पेशकश करने के लिए लाइसेंस प्राप्त नहीं है। भारत सरकार की तरफ से अपने नागरिकों को उन सेवाओं की सदस्यता नहीं लेने की सलाह दी है जो देश में आवश्यक लाइसेंस के बिना कंपनी द्वारा विज्ञापित की जा रही हैं।
दूरसंचार विभाग (डीओटी) की तरफ से स्टारलिंक को देश में इंटरनेट सेवा देने से पहले रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क के तहत जरूरी मंजूरी लेने को कहा है। इसके साथ ही भारत में "तत्काल प्रभाव से" उपग्रह इंटरनेट सेवाओं की बुकिंग/प्रतिपादन से परहेज करने के लिए भी कहा। डीओटी ने कंपनी को स्पष्ट किया कि पहले लाइसेंस ले फिर कम्युनिकेशन सर्विस के कारोबार में एंट्री करे। विभाग ने एक बयान में कहा कि यह पता चला है कि स्टारलिंक ने भारत में सैटेलाइट आधारित स्टारलिंक इंटरनेट सेवाओं की प्री-सेलिंग/बुकिंग शुरू कर दी है। यह स्टारलिंक की वेबसाइट से भी स्पष्ट होता है, जिसमें भारतीय क्षेत्र में उपयोगकर्ताओं द्वारा उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाओं को बुक किया जा सकता है।
दूरसंचार विभाग ने बताया है कि 'स्टारलिंक इंटरनेट सर्विसेज' को भारत में जनता के लिए विज्ञापित उपग्रह आधारित इंटरनेट सेवाओं की पेशकश करने के लिए लाइसेंस नहीं है। यह देखते हुए कि स्टारलिंक एक लाइसेंसधारी नहीं है, "जनता को सलाह दी जाती है कि वे विज्ञापित की जा रही स्टारलिंक सेवाओं की सदस्यता न लें। गौरतलब है कि भारत में स्टारलिंक के निदेशक संजय भार्गव ने हाल में सोशल मीडिया पर बताया था कि देश में उनकी इस सेवा का इस्तेमाल करने के इच्छुक 5,000 से अधिक लोगों ने एडवांस बुकिंग कर ली है।