कब और कहां होगा मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, क्या राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री होंगे शामिल?

By अंकित सिंह | Dec 27, 2024

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली में मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित उनके आवास पर रखा गया है। उनका पार्थिव शरीर कल रात एम्स से यहां लाया गया। अब आज उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा जहां खास लोगों के साथ-साथ आम लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। पूर्व पीएम का अंतिम संस्कार कल किया जा सकता है। इसकी औपचारिक घोषणा आज कांग्रेस करेगी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

 

इसे भी पढ़ें: बस 2 हफ्ते का था रिजर्व, फिर कर दिया कमाल...1991 का वो ऐतिहासिक बजट, जब मनमोहन सिंह ने कर दिए थे ये बड़े ऐलान


केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी संस्थानों में तिरंगा आधा झुका रहेगा। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 92 साल की उम्र में गुरुवार रात दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली। मनमोहन सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था। उन्होंने दो बार प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया था। 


अंतिम संस्कार का प्रोटोकॉल

- भारत में, पूर्व प्रधान मंत्री के दाह संस्कार के दौरान एक विशेष राज्य प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसका उद्देश्य देश के लिए उनके योगदान और पद की गरिमा का सम्मान करना है।

- अंतिम संस्कार से पहले पूर्व प्रधानमंत्री के पार्थिव शरीर को भारत के राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे में लपेटा गया।

- इसके अलावा दाह संस्कार के दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है। यह सलामी सर्वोच्च स्तर के राजकीय सम्मान का प्रतीक मानी जाती है।

- पूर्व प्रधानमंत्री की अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा और प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाता है। उनकी अंतिम यात्रा में आम जनता से लेकर गणमान्य लोग और राजनेता तक लोग शामिल होते हैं।

इसके अलावा, सैन्य बैंड और सशस्त्र बल के जवान भी दाह संस्कार जुलूस में भाग लेते हैं और पारंपरिक मार्च करते हैं।

 

इसे भी पढ़ें: एक विभाजनकारी शरणार्थी जो... Manmohan Singh के निधन पर असदुद्दीन ओवैसी ने जताया दुख


दाह संस्कार कहाँ हो सकता है?

देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार दिल्ली में विशेष स्मारक स्थलों पर किया जाता है, जैसे जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का अंतिम संस्कार राजघाट परिसर में किया गया था। वहीं, कई पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए अलग से समाधि स्थल भी बनाया गया है। हालाँकि, दाह संस्कार की विधि मृत व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार होती है। आमतौर पर पूर्व प्रधानमंत्रियों का दाह संस्कार दिल्ली में होता है, लेकिन कई मामलों में यह प्रक्रिया संबंधित व्यक्ति के गृह राज्य में भी हो सकती है। उनके दाह संस्कार के समय राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, कैबिनेट मंत्री और देश के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होते हैं।

प्रमुख खबरें

Sports Recap 2024: इन दिग्गजों के नाम रहा साल का आखिरी महीना, बने शतकवीर

Google Chrome में रीडिंग मोड को करें आसानी से इस्तेमाल, आसानी से सेटिंग्स बदलकर उठा सकते हैं फायदा, जानें कैसे?

Maharashtra के गोंदिया में 7 लाख के इनामी नक्सली देवा ने किया सरेंडर, कई मामलों था वांछित

क्रिस्टियानो रोनाल्डो -20 डिग्री सेल्सियस में शर्टलेस होकर पूल में उतरे, ये काम नहीं कर सकते स्टार फुटबॉलर- video