Korean Drama जैसी क्यों हो गई साउथ कोरिया की सियासत, यून सुक योल को क्यों नहीं गिरफ्तार कर पा रही पुलिस?

By अभिनय आकाश | Jan 04, 2025

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल के बुरे दिन चल रहे हैं। वह पहले महाभियोग के शिकार हुए और अब वह गिरफ्तार होने वाले हैं। यून पर सत्ता के दुरुपयोग और विद्रोह की साजिश का आरोप है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल के समर्थक और विरोधी 3 जनवरी को सियोल में एकत्र हुए। देश की भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसी ने राष्ट्रपति सुरक्षा के साथ घंटों तक चले गतिरोध के बाद उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास को निलंबित कर दिया था। फ़ुटेज में भीड़ को मध्य सियोल में नारे लगाते और झंडे लिए मार्च करते हुए देखा जा सकता है। यून को 3 दिसंबर को मार्शल लॉ की घोषणा के मामले में आपराधिक जांच का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय समाचारों के अनुसार, उच्च-रैंकिंग अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार जांच कार्यालय को सप्ताहांत में यून को हिरासत में लेने का एक और प्रयास करने की उम्मीद थी।

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देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी ने कहा कि उसके जांचकर्ताओं को यून के आधिकारिक आवास में प्रवेश करने से रोक दिया गया जिसके बाद उन्हें सुरक्षा संबंधी चिंताओं के कारण वापस बुला लिया गया। एजेंसी ने बताया कि संख्या में कम उसके जांचकर्ताओं की राष्ट्रपति के सुरक्षा बलों के साथ कई बार झड़प हुई। उसने कहा कि वह संदिग्ध के रवैये पर गंभीर खेद व्यक्त करती है जिन्होंने कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने कहा कि उसने आधिकारिक कर्तव्य में बाधा डालने के संदेह में राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा के प्रमुख और उप प्रमुखों के खिलाफ जांच करने की योजना बनाई है और उन्हें शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। 

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यून उनसे पूछताछ की जांचकर्ताओं की कोशिश को पिछले कई सप्ताह से विफल कर रहे हैं। यून आखिरी बार 12 दिसंबर को अपने आवास से बाहर निकले थे। उस समय वह निकट स्थित राष्ट्रपति कार्यालय गए थे और उन्होंने टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि वह उन्हें हटाने के प्रयासों का विरोध करेंगे। जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि तीन दिसंबर को यून द्वारा लगाया गया अल्पकालिक मार्शल लॉ विद्रोह के समान है या नहीं। यून उनकी नीतियों को विपक्ष के प्रभुत्व वाली संसद द्वारा अवरुद्ध किए जाने से हताश थे और इसीलिए उन्होंने तीन दिसंबर को मार्शल लॉ लागू कर दिया और नेशनल असेंबली को घेरने के लिए सेना भेज दी। संसद ने कुछ ही घंटों बाद इस घोषणा को सर्वसम्मति से निष्प्रभावी कर दिया। दक्षिण कोरिया में अल्पकालिक मार्शल लॉ लागू करने का आदेश देने पर ‘नेशनल असेंबली’ में राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ लाया गया महाभियोग का प्रस्ताव 14 दिसंबर को पारित हो गया था। उन पर विद्रोह का आरोप लगाया गया है। 


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