By अभिनय आकाश | Jun 01, 2024
लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में आज पश्चिम बंगाल की अंतिम नौ सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। देश भर के लोग उत्सुकता से एग्जिट पोल के नतीजों का इंतजार करते नजर आए। चुनाव आयोग की गाइडलाइन के बाद शाम 6.30 बजे के बाद एग्जिट पोल आना शुरू हो गए। पश्चिम बंगाल में एग्जिट पोल के आंकडें टीएमसी की मुश्किलें बढ़ाते नजर आ रहे हैं। वहीं बीजेपी के लिए एग्जिट पोल के नतीजे काफी राहत भरे हैं।
सी-वोटर ने एग्जिट पोल के आंकड़े जारी कर पश्चिम बंगाल की 42 सीटों का आंकड़ा पेश किया है। आंकड़ों के अनुसार 2024 के चुनाव में एनडीए गठबंधन के खाते में 23-27 सीटें जा सकती हैं, जबकि ममता बनर्जी की टीएमसी के खाते में 13-17 सीटें जाने का अनुमान है। इंडिया गठबंधन को 1-3 सीटें मिल सकती है।
इंडिया टीवी ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा के खाते में 22-26, तृणमूल कांग्रेस के खाते में 14 से 18, कांग्रेस के 1-2 सीटों पर कब्जा जमाने का दावा किया है। लेफ्ट का खाता नहीं खुलने का अनुमान है।
न्यूज24 टुडेज चाणक्या के अनुसार बीजेपी को 24± 5 सीट, कांग्रेस को 1 ±1 और टीएमसी को 17 ±5 सीट मिलने का अनुमान है।
जन की बात में बीजेपी को 21-26 सीटें, टीएमसी को 16-18 सीटें मिलने का अनुमान है।
रिपब्लिक भारत मैट्रिज ने बीजेपी 21-25 सीट, टीएमसी को 16-20 सीटें दी हैं।
बंगाल के लिए 2019 के एग्जिट पोल कितने सही थे?
2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 18 सीटें जीतकर बंगाल में स्पष्ट बढ़त बना ली थी। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के 22 सीटों के करीब आने के करीब थी। इस बीच कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिलीं। सर्वेक्षणकर्ताओं की भविष्यवाणियां बहुत अलग नहीं थीं। एग्जिट पोल के नतीजों में भगवा पार्टी और टीएमसी के बीच कड़ी टक्कर दिखाई गई थी, जिसमें भाजपा को 19 से 23 सीटें और तृणमूल को 19 से 22 सीटें जीतने की उम्मीद थी।
बंगाल में कौन कौन पार्टियां मैदान में
राज्य सरकार कई घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है, सभी की निगाहें इस पर हैं कि क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी अभी भी अधिकतम सीटें जीत सकती है या भाजपा की लहर में बह जाएंगी। लोकसभा चुनावों से पहले इंडिया ब्लॉक को खारिज करने के साथ-साथ वाम मोर्चा और कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे के किसी भी समायोजन नहीं करके के बाद ममता राज्य में एकला चलो रे की राह पर हैं। हालांकि टीएमसी सुप्रीमो बनर्जी ने बाद में घोषणा की थी कि यदि विपक्षी गठबंधन बनने में कामयाब होता है तो उनकी पार्टी उसे "बाहर से समर्थन" प्रदान करेगी।