By रितिका कमठान | Dec 25, 2022
मध्य प्रदेश के रीवा में अपनी प्रेमिका के साथ मारपीट करने वाले युवक का वीडियो वायरल होने के बाद वो पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। वहीं अब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक के घर पर बुलडोजर कार्रवाई की है, जिसके बाद युवक का घर नेस्तनाबूद हो गया है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपी पंकज त्रिपाठी पर कई धाराओं में मामला दर्ज किया है जिसमें अपहरण और मारपीट की मुख्य धाराएं शामिल की गई है। वहीं जिस युवक ने मारपीट के इस वीडियो को वायरल किया है उसके खिलाफ भी पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है। युवक के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।
जानकारी के मुताबिक ये वीडियो रीवा जिले के मऊगंज का है। यहां एक प्रेमी द्वारा प्रेमिका की बड़ी बेरहमी से पिटाई करने का वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, 24 दिसंबर को एक वीडियो में एक लड़का अपनी प्रेमिका को बड़ी बेरहमी से थप्पड़ और लात-घुसे मारता नजर आ रहा है। लड़के ने अपनी प्रेमिका को इस हद तक पीटा कि वह अधमरी हो गई। वीडियो में लड़के द्वारा प्रेमिका को मारे जाने की घटना से देखने वालों की रूह तक कांप गई मगर मारते हुए लड़के का दिल नहीं पसीजा।
सड़क किनारे अधमरी पड़ी रही युवती
अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) नवीन दुबे ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने अपने प्रेमी को कथित तौर पर शादी करने के लिए कहा था। प्रेमिका की बात सुनकर प्रेमी भड़क गया और उसने उसे रोड पर बड़ी बेरहमी से पीटा। इस दौरान प्रेमिका बेहोश हो गई और काफी देर तक रोड किनारे पड़ी रही। जिसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सुचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया।
थाना प्रभारी को किया गया निलंबित
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई को खाना पूर्ति कहा गया। इस घटना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ इस मामले ने तूल पकड़ा। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी पंकज त्रिपाणी के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पंकज के खिलाफ धारा 294, 323, 366, 506, 37 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में थाना प्रभारी श्वेता मौर्य पर गाज गिरी है। आरोप है कि मामले की गंभीरता को ना समझते हुए श्वेता मौर्य ने तत्काल कार्रवाई नहीं की और मामले को हल्के में लिया। उन्हें निलंबित कर लाइन हाजिर किया गया है।