महाराष्ट्र में 24 नवंबर को आए जनादेश के बाद जहां एक तरफ बीजेपी 105, शिवसेना 56 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को क्रमश: 44 और 54 सीटें हासिल हुई थी। महाराष्ट्र में जहां एक तरफ बीजेपी और शिवसेना मिलकर चुनाव लड़ी थी वहीं कांग्रेस को एनसीपी का साथ मिला था। लेकिन चुनाव बाद शिवसेना के सीएम पद को लेकर बगले रुख से राज्य में नए समीकरण के दरवाजे खोल दिए। वर्तमान में कांग्रेस, एनसीपी और शिववसेना द्वारा सरकार बनाए जाने की सबसे ज्यादा संभावना नजर आ रही है। लेकिन चुनाव पूर्व बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन मैदान में रैलियों में एक-दूसरे के लिए वोट मांगते नजर आ रहे थे। लेकिन परिणाम आने के बाद का समीकरण ने एक वोटर को नाराज कर दिया। शिवसेना के बदले स्टैंड से नाराज वोटर तो शिवसेना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने तक पहुंच गया। दरअसल, शिवसेना के इस फैसले से औरंगाबाद का एक वोटर बहुत नाराज है। वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज कराने गुरुवार को पुलिस स्टेशन पहुंच गया। उद्धव ठाकरे के खिलाफ औरंगाबाद के बेगमपुरा पुलिस ठाणे में शिकायत दर्ज करा दी है।
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औरंगाबाद के रहने वाले रत्नाकर चौरे ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने उनके और उनके परिवार के वोट के साथ धोखा किया है। चौरे के अनुसार चुनाव के वक्त शिवसेना विधायक प्रदीप जायसवाल, पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और उद्धव ठाकरे ने सभा के दौरान उनसे वोट मांगे थे। दोनों पार्टियों (बीजेपी-शिवसेना) को एक मानते हुए न सिर्फ खुद शिवसेना के विधायक को वोट किया बल्कि परिवार के अन्य लोगों का वोट भी उन्हें दिलवाया। लेकिन अब वह ठगा सा महसूस कर रहा है। रत्नाकर चौरे ने विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के नाम पर वोट लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।