By विजयेन्दर शर्मा | Mar 04, 2022
शिमला । केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल व युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश सरकार के हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 2022-23 के लिए 51365 करोड़ के पेश बजट एक संतुलित, सर्वस्पर्शी एवं सर्वहितकारी बजट बताते हुए इसे हिमाचल को नई दिशा दशा देने वाला बजट बताया है।
अनुराग ठाकुर ने कहा “ प्रदेश की जयराम सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए 51365 करोड़ का पेश बजट विकासोन्मुखी है। यह बजट एक संतुलित, सर्वस्पर्शी एवं सर्वहितकारी बजट है जो हिमाचल को हिमाचल को नई दिशा दशा देने का काम करेगा। इस बजट में कर्मचारियों, कारोबारियों, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों समेत समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखने का पूरा प्रयास किया गया है। इस बजट से हिमाचल के हर वर्ग का सशक्तिकरण होगा और प्रदेश के विकास मे भागीदारी का पूरा अवसर मिलेगा। मैं इस शानदार बजट के लिए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी को हार्दिक बधाई देता हूँ
अनुराग ठाकुर ने कहा “ हिमाचल में भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने पहाड़ी प्रदेश के विकास के लिए हरसम्भव कदम उठाए हैं। हर बार की तरह इस बार के भी केंद्रीय बजट में मोदी सरकार ने हिमाचल का विशेष ध्यान रखने का काम किया था जो कि मोदी जी का हिमाचल के प्रति विशेष स्नेह को दिखाता है
ऐतिहासिक व आम आदमी का बजटः सुरेश भारद्वाज
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा आज प्रस्तुत किए गए बजट को ऐतिहासिक और आम आदमी का बजट बताया है। उन्होंनेे कहा कि प्रदेश सरकार के इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। बजट व्यावहारिक है और सभी वर्गों को इस बजट से लाभ होगा।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान शहरी युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए वर्ष 2020 में मुख्यमन्त्री शहरी आजीविका गारंटी योजना आरम्भ की गई थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना पर 5 करोड़ रुपये व्यय किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान बजट सत्र में शहरी बेरोजगार युवाओं को रोजगार की गारंटी, पात्रता एवम् अन्य शर्तों से सम्बन्धित, विधेयक विधानसभा में पेश किया जाएगा। हिमाचल देश का पहला राज्य होगा जहां मनरेगा कि तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में आजीविका के लिए कानून बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन्नत शहरों के सपने को पूरा करने में यह योजना जो कि जल्दी कानून का रूप लेने वाली है, कारगर सिद्ध होगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री का वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा 60 वर्ष करने पर आभार व्यक्त किया। पहले यह आयु सीमा 70 वर्ष थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 40000 अतिरिक्त पात्र लोगों को पेंशन प्रदान की जाएगी। ऐसे सभी वर्ग जो वर्तमान में 850 रुपये प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त कर रहें हैं, की पेंशन बढ़ाकर 1000 रुपये की जाएगी। दिव्यांगजनों व विधवाओं को दी जा रही पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों की पेंशन को 1500 रुपये से बढ़ाकर 1700 रुपये प्रतिमाह किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पर 1300 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे।
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