ग्वालियर। “आज उप चुनाव के प्रचार का समापन मैं वही पर करने जा रहा हूँ, जहाँ से यह कहानी शुरू हुई थी। मैंने पहले ही तय किया था कि हम हमारे प्रचार के अंतिम दिन का समापन ग्वालियर में ही करेंगे। आप सभी को पता है कि यह कहानी कौन से महल से, कौन से मकान से शुरू हुई थी ? आप सभी को इस कहानी को यही पर ख़त्म कर देश भर में संदेश देना है। कमलनाथ ने कहा कि मैं आप सभी को यह विश्वास दिलाता हूँ कि अभी तक कई लोगों ने कांग्रेस छोड़ी है, कईयों ने बाद में कांग्रेस में प्रवेश भी लिया लेकिन गद्दारों के लिए कांग्रेस में कभी कोई स्थान नहीं है और जो एक बार बिक गया, समझो वह हमेशा के लिए बिक गया।“ यह बात मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को ग्वालियर के इंटक हाल में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुई कही।
उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश की स्थापना हुई थी। जब भी मध्य प्रदेश का नाम आता था, सबसे पहले लोग ग्वालियर का नाम लेते थे क्योंकि मध्य प्रदेश की पहचान ग्वालियर से थी। लेकिन आज मध्य प्रदेश की पहचान ग्वालियर से नहीं हो रही है, आज लोग इंदौर, भोपाल, जबलपुर की बात करते हैं। इसके पीछे आख़िर क्या कारण है, कौन इसका दोषी है ? जिस मध्य प्रदेश की पहचान पिछले कई वर्षों से ग्वालियर से होती थी, आज वह ग्वालियर पिछड़ क्यों गया ? आज मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर हम सभी के सामने यह प्रश्न है ? जिस ग्वालियर की इतनी आन-बान-शान थी, वह विकास की दृष्टि से आख़िर क्यों पिछड़ गया, हम सब को आज यह सोचने की आवश्यकता है ?
कमलनाथ ने कहा कि चुनाव तो प्रजातंत्र का उत्सव होता है, देश में करीब 60 स्थानों पर उप चुनाव हो रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश में 25 उप चुनाव तो सौदेबाजी के कारण हो रहे हैं। भाजपा ने मध्य प्रदेश की राजनीति को कितना कलंकित किया, इन लोगों ने कैसे मध्य प्रदेश की राजनीति को बिकाऊ बनाया यह तस्वीर आज आपके सामने हैं। आप सभी ने मिलकर 15 वर्ष बाद मध्य प्रदेश में अपने वोटों से कांग्रेस की सरकार बनाई थी, आपने कहा था कि शिवराज जी बहुत हो गई आपकी झूठी घोषणाए, बहुत हो गया झूठ, बहुत हो गई आपकी कलाकारी, अब आप घर बैठो, ऐसा कह कर आपने शिवराज जी को विदा किया था। उन्होंने हमें 15 वर्ष बाद कैसा प्रदेश सौंपा ? जो लोग खुद को किसान का बेटा बताते हैं उनके राज में ही सबसे ज्यादा किसानो की आत्महत्या, जो खुद को मामा बताते हैं उनके राज में ही बहन-बेटियां पर सबसे ज्यादा अत्याचार भ्रष्टाचार में नंबर वन, बेरोजगारी में नंबर वन। 15 माह की सरकार में हमें काम करने के लिए मात्र साढ़े 11 माह मिले, इसमें हमने अपनी नीति नियत का परिचय दिया। शिवराज जी के पास तो काम करने के लिए पूरे 15 वर्ष थे। आज युवाओं का भविष्य अंधेरे में है, युवा भटक रहा है, यही युवा प्रदेश का नवनिर्माण करेगा, इनका भविष्य अंधेरे में देख कर मुझे रात को नींद नहीं आती है। यह युवा कोई ठेका-कमीशन नहीं चाहता है यह तो सिर्फ़ अपने हाथों को काम चाहता है। मध्य प्रदेश में जितने उद्योग लगते नहीं, उससे ज्यादा बंद हो जाते है, आज मालनपुर की हालत देखिए, कितने शौक से हमने बनाया था लेकिन आज शराब कारखानों से उसकी पहचान है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाथ ने कहा कि हमने कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने की शुरुआत की क्योंकि किसान का जन्म कर्ज में होता है, उसकी मृत्यु कर्ज में होती है। हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया, हमारी सरकार आएगी तो हम बचे किसानों का भी 2 लाख तक का कर्ज माफ करेंगे। मुझे लगा था कि शिवराज सत्ता से जाने के बाद झूठ बोलना बंद कर देंगे लेकिन आज भी इनका झूठ चालू है, कलाकारी चालू है। कभी मंच पर घुटनो के बल बैठ जाएंगे, कभी कलाकारी करने लग जाएंगे। मैं तो कहता हूं कि कितनी अच्छी कलाकारी कर लेते हैं कि यह शाहरुख और सलमान को भी पीछे छोड़ देंगे, इन्हें तो मुंबई जाना चाहिए, मध्य प्रदेश का नाम कलाकारी में तो रोशन करेंगे। मैं तो कहता हूं कि पहले ये चुनाव के समय जेब में नारियल लेकर चलते थे, अब तो ट्रक में नारियल लेकर चलते हैं, लेकिन यह जान ले प्रदेश का मतदाता, ख़ासकर आज का युवा बेहद समझदार है, आप उन्हें झूठ का पाठ नहीं पढ़ा सकते लेकिन यह आपको सच्चाई का पाठ ज़रूर पढ़ा देंगे। हमारे प्रदेश की पहचान माफ़ियाओ और मिलावटखोरों से होती थी, हमने इसी पहचान को बदलने का काम किया। प्रदेश में विश्वास का माहौल नहीं था, विश्वास से ही निवेश आता है। हमारा प्रदेश 5 प्रदेशों से घिरा हुआ है यह मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है। जब मैंने माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया तो ग्वालियर के लोगों ने इस अभियान की खूब सराहना की लेकिन आपको यह भी ध्यान रखना है कि सबसे बड़ा भूमाफिया कौन है ?
हमने मिलावट के खिलाफ शुद्ध को लेकर युद्ध अभियान चलाया। क्योंकि मिलावट का सबसे बड़ा बाजार मध्य प्रदेश में था। क्योंकि यहां मिलावटखोरों को खुला संरक्षण प्राप्त था। प्रदेश में माफियाओं को 15 वर्ष ख़ूब संरक्षण मिला, उज्जैन में शराब माफिया ने 14 लोगों की जानें ली। आज मैं कहता हूं कि शिवराज जी आपके भगवान माफिया है, तो इनको बुरा लगता है। ऐसे माहौल में प्रदेश में निवेश कैसे आएगा ? मैंने माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर, मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर, किसानों का कर्ज माफ कर, सस्ती बिजली देखकर क्या कोई पाप, गुनाह या गलती की?
मैंने कई बार शिवराज जी को चुनौती दी कि अपने 15 वर्ष का हिसाब लेकर जनता के सामने आ जाए, मैं भी अपना हिसाब लेकर सामने आ जाता हूं, मुझे तो शिवराज जी का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए, मुझे जनता का प्रमाण पत्र चाहिए। शिवराज की सरकार में अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, डॉक्टर के पास दवाई नहीं, स्कूल में शिक्षक नहीं। आज युवाओं को संविधान व प्रजातंत्र की रक्षा करना है। बाबा साहेब ने संविधान बनाते समय कभी नहीं सोचा था कि देश में सौदेबाजी व बिकाऊ राजनीति के कारण उपचुनाव होंगे। मैं आज आप सभी से यह अपील करना चाहता हूं कि यह कहानी यहीं से शुरू हुई थी और आप सब को इस कहानी को यहीं पर खत्म कर देश भर में संदेश देना है। ग्वालियर-चंबल के लोग भोले भाले है, सीधे साधे हैं, इनका खून गर्म है, यह बगावत कर सकते हैं। लेकिन गद्दारी कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते है। यह वीरों की भूमि है, इस माटी पर हमें गर्व है। प्रदेश में सबसे ज्यादा यहां के लोग सीमाओं पर सेना में शामिल होकर देश की सुरक्षा करते हैं। सभास्थल पर आचार्य प्रमोद कृष्णन, सांसद नकुल नाथ, कांग्रेस प्रत्याशी सुनील शर्मा, पीसी शर्मा, अशोक सिंह, केपी सिंह, प्रवीण पाठक, निलेश अवस्थी, महेंद्र चौहान आदि उपस्थित थे।