कान। ब्रितानी निर्देशक केन लोच को रविवार उनकी फिल्म ‘‘आई, डेनियल ब्लेक’’ के लिए कान फिल्म महोत्सव के ‘पामे द’ओर’ पुरस्कार से नवाजा गया। फिल्म न्यूकैसल के रहने वाले एक बुजर्ग व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने के बाद ब्रिटेन के सुविधा प्रदाता संस्थाओं की पड़ताल करती है। लोच ने राजनीतिक-बदलते सामाजिक परिवेश-वास्तविक जीवन की पृष्ठभूमि पर आधारित अपनी इस फिल्म के लिए पूरी दुनिया का शुक्रिया अदा किया। वह ऐसे आठवें निर्देशक बन गए हैं जिन्होंने महोत्सव का प्रतिष्ठित ‘पामे द’ओर’ पुरस्कार दो बार जीता है। इससे पहले उन्हें 2006 में उनकी फिल्म ‘‘द विंड दैट शेक्स द बार्ली’’ के लिए इस पुरस्कार से नवाजा गया था।फिलहाल लोच आल्फ जोबर्ग, फ्रैंसिस फोर्ड कोप्पोला, बिले अगस्त, द डार्डेन ब्रदर्स, एमिर कुस्टुरिका, शोहेई इमामुरा और माइकल हनेके के साथ जुड़े हैं। कान स्पर्धा में लोच की यह 13वीं उपस्थिति थी। पामे द’ओर पुरस्कार पाने के बाद फिल्मकार ने कहा, ‘‘जिस दुनिया में आज हम रह रहे हैं वह खतरनाक स्थिति में है। हम नव-उदारवाद कहे जाने वाले ऐसे विचारों से प्रेरित कठिन योजना की गिरफ्त में हैं जो हमें बर्बादी के करीब ले आये हैं।’’ लोच ने अपने संबोधन को इन शब्दों में अंतिम विराम देते हुए कहा, ‘‘जब घोर दक्षिणपंथी विचारों वाले निराश लोग लाभ उठाते हैं तो हमें अवश्य उम्मीद का संदेश देना चाहिए, हमें यह अवश्य कहना चाहिए कि दूसरी दुनिया मुमकिन है।''
69 वें कान फिल्म महोत्सव की पुरस्कार की रात ब्रिटिश सिनेमा के लिए जीत की रात रही, क्योंकि इसी रात ब्रिटेन की एंड्रयू आर्नोल्ड की फिल्म ‘‘अमेरिकन हनी’’ ने जूरी पुरस्कार हासिल किया। वहीं इससे पहले पामे द’ओर पुरस्कार हासिल कर चुके रोमानिया के क्रिस्चियन मुनगियू ने फ्रांस के ओलिवियर असायास के साथ सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार साझा किया। ईरानी निर्देशक असगर फरहादी की नई फिल्म ‘‘फरोशांदे’’ ने कथानक और मुख्य अभिनेता शहाब हुसैनी के अभिनय के लिए मिले पुरस्कार के साथ दो पुरस्कार झटके। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार जैकलिन जोस को फिल्म ‘‘मा’रोज’’ में उनके दमदार अभिनय के लिए दिया गया। फिल्म का निर्देशन ब्रिलैंटे मेंडोजा ने किया।