By अभिनय आकाश | Jan 03, 2022
काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली है। जिसकी बाद वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले आदेश तक ये रोक लगी रहेगी। काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की भारी भीड़ देखने के बाद ये फैसला लिया गया है। कोरोना की मार से पूरा देश दो-चा हो रहा है। नये वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में इस तरह का फैसला बहुत जरूरी था।
लोगों से की गई ये अपील
स्थानीय लोगों से दोपहर 2 बजे के बाद दर्शन की अपील की गई है।
सभी श्रद्धालु प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्था में सहयोग करें।
विश्वनाथ मंदिर के गेट तक वाहनों को न लाएं, इन्हें मैदागिन और गोदौलिया इलाके की पार्किंग में खड़ा करें।
वीआईपी दर्शन को भी अगले आदेश तक रोक दिया गया है।
साल के पहले दिन पांच लाख श्रद्धालु विश्वनाथ धाम पहुंचे
काशी विश्वनाथ धाम में नए साल के पहले दिन पांच लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस पुनर्निर्मित मंदिर परिसरका हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। वाराणसी में मंदिर के दर्शन के लिए सबसे शुभ दिन माने जाने वाले महाशिवरात्रि पर भी भक्तों की संख्या कभी 2.5 लाख से अधिक नहीं हुई। इस संबंध में एक सूत्र ने कहा, “स्थानीय प्रशासन एक जनवरी को तब अचंभित हो गया जब पांच लाख से अधिक लोग काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। उनके लिए, यह संख्या अभूतपूर्व थी। वे ज्यादा से ज्यादा एक लाख लोगों के आने की उम्मीद कर रहे थे।” सूत्रों ने कहा कि मंदिर में बिना त्योहार वाले दिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों का काशी विश्वनाथ धाम आना इसके उद्घाटन के बाद देश भर के लोगों के बीच अपार उत्साह को दर्शाता है। वाराणसी में स्थानीय प्रशासन अब भक्तों, विशेष रूप से अति विशिष्ट लोगों (वीआईपी) से अनुरोध कर रहा है कि वे धाम की अपनी यात्रा को रोक दें ताकि उचित भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने पिछले महीने काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया था। यह परियोजना, जो पांच लाख वर्ग फुट में फैली हुई है, मंदिर परिसर को गंगा नदी से जोड़ती है और श्रद्धालुओं को कई सुविधाएं प्रदान करती है।