By अंकित सिंह | Apr 07, 2023
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। राम मंदिर का अब स्वरूप भी दिखने लगा है। इसको लेकर ताजा तस्वीरें साझा की गई है। यह तस्वीरें श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने अपने टि्वटर हैंडल पर साझा की है। तस्वीरों को साझा करते हुए इसमें बताया गया है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर के भूतल के खंभों के ऊपर बीम रखने का कार्य आरंभ हो चुका है। तस्वीरों में भी यह साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। चंपत राय की ओर से समय-समय पर अयोध्या में बन रहे श्री राम जन्मभूमि मंदिर को लेकर अपडेट दी जाती रहती है। इन सबके बीच खबर यह है कि दिसंबर 2023 तक भगवान राम का गर्भ गृह बनकर तैयार हो जाएगा और 2024 मकर संक्रांति के बाद गर्भ गृह को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
हालांकि, मंदिर के दूसरे तल का निर्माण कार्य जारी रहेगा। वहीं, 23 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 155 देशों के नदियों के जल से रामलला का जलाभिषेक करेंगे। इस बात की भी जानकारी चंपत राय की ओर से दी गई है। चंपत राय ने बताया कि विजय जौली के नेतृत्व में एक टीम 155 देशों की नदियों का पानी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 अप्रैल को मणिराम दास छावनी सभागार में जल कलश की पूजा करेंगे। 2020 में जल को इकट्ठा करने का काम शुरू हुआ था। यह काम गैर सरकारी संस्था दिल्ली स्टडी ग्रुप की ओर से किया जा रहा है। इस संस्था के अध्यक्ष दिल्ली के पूर्व भाजपा विधायक विजय जौली हैं।
विजय जौली चंपत राय से विचार विमर्श करने के लिए अयोध्या भी पहुंचे थे। विजय जौली ने बताया कि स्वर्गीय अशोक सिंघल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर मैंने निर्णय लिया कि विश्व भर के नदियों और समुद्रों का जल हम भारत में एकत्रित करेंगे और उस जल से प्रभु श्री राम के मंदिर का जलाभिषेक संपन्न करेंगे। जल को बड़ी शिद्दत से इकट्ठा किया हुआ है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की राबी नदी का जल भी आया हुआ है। इसके अलावा रूस और यूक्रेन के नदियों का भी जल एकत्रित किया गया है। बताया जा रहा है कि दुबई के रास्ते पाकिस्तान से राबी नदी का जल मंगाया गया है। विजय जौली ने इसे अपने किसी हिंदू मित्र के जरिए मंगवाया है।