By अंकित सिंह | Dec 17, 2022
बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर नीतीश कुमार की जमकर आलोचना हो रही है। इसके अलावा हाल में ही नीतीश कुमार ने इस बात का भी ऐलान कर दिया था कि 2025 में महागठबंधन को तेजस्वी यादव ही लीड करेंगे। इसका मतलब साफ है कि तेजस्वी यादव के ही नेतृत्व में 2025 में महागठबंधन चुनाव लड़ने जा रही है। अपने इस ऐलान से नीतीश कुमार ने यह भी संकेत दे दिया कि 2025 में वह तेजस्वी यादव के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देंगे। नीतीश कुमार के इस ऐलान के बाद उनके विरोधी भी उन पर जबरदस्त तरीके से वार कर रहे हैं। इन सबके बीच चुनावी रणनीतिकार और बिहार में यात्रा निकाल रहे प्रशांत किशोर ने भी साफ तौर पर कह दिया है कि तेजस्वी को अब ही मुख्यमंत्री बना देनी चाहिए।
अपने बयान में प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव को सीएम चुनने के लिए 2025 तक इंतजार करने की जरूरत नहीं है। इन्होंने इसका कारण भी बताता। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनके गठबंधन में राजद का सबसे बड़ा हिस्सा है, नीतीश कुमार को उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। इससे तेजस्वी को 3 साल काम करने का मौका मिलेगा और जनता को उनके प्रदर्शन के आधार पर वोट देने का मौका मिलेगा। इससे पहले पीके ने शराबकांड को लेकर भी नीतीश की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि प्रतिबंध के कारण बिहार खिल्ली उड़ाये जाने का विषय बन गया है। कानून को किसी समीक्षा की जरूरत नहीं है, उसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
प्रशांत किशोर ने साफ तौर पर कहा कि समय आ गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उनके साथ चार साल सत्ता में रही भाजपा और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की राजद (राष्ट्रीय जनता दल) सहित सभी राजनीतिक दल पाखंड छोड़ें और वोट की चिंता किए बिना फैसला करें। वही प्रशांत किशोर ने यह भी साफ तौर पर कहा है कि नीतीश ने तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का ऐलान करके यह भी स्वीकार कर लिया है कि जदयू और उनके चेहरे पर चुनाव नहीं जीता जा सकता है। 'जो शराब पिएगा वह मरेगा' नीतीश कुमार के इस बयान पर भी प्रशांत किशोर ने उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री जैसा संवेदनहीन इंसान को मैंने नहीं देखा अफसोस है कि मैंने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में मदद की है।