By अभिनय आकाश | Oct 30, 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चीन भी चौंकाना नजर आ रहा है। ये बात तो किसी से छिपी नहीं है कि चीन को अमेरिका सबसे बड़ा खतरा मानता है। ऐसे में किसी भी पार्टी की सरकार हो वह चीन से वैसे ही डील करेगी जैसे वो करती आई है। ट्रम्प ज्यादा वोकल हैं तो वे चीन को लेकर कई बयान देते रहेंगे लेकिन सरकार के स्तर पर दोनों ही पार्टियां चीन के साथ एक जैसा रुख रखेंगी। हालांकि ऐसे भी दावे हैं कि चीन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में कमला हैरिस को प्राथमिकता देगा क्योंकि ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान द्विपक्षीय संबंध तेजी से बिगड़ गए थे और इसके कारण गंभीर टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी।
बाइडेन ने भी चीन को चौंकाया था
बाइडेन सरकार भी ऐसे कदम उठा चुकी है। बाइडेन प्रशासन चीनी ईवी, सेमीकंडक्टर, बैटरी, सोलर सेल, स्टील जैसी चीजों पर 100% तक टैरिफ लगा चुकी है। दक्षिण चीन सागर में चीन का दावा हो या ताइवान पर या फिर चीन के इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात पर रोक हो बावजूद इसके बाइडेन लगातार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत करते रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव को कंट्रोल किया जा सके।
ट्रंप का चाइनिज वायरस वाला बयान
ट्रंप ने अपने कार्यकाल में चीन को लेकर काफी सख्ती दिखाई थी। ट्रंप के राष्ट्रपति शासन में विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को बीच संबंध काफी निचले स्तर पर पहुंच गए थे। खासकर 2019 वुहान में कोरोना वायरस फैलने के बाद संबंध ज्यादा तनावपूर्ण हो गए। डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर कोरोना वायरल फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह वायरस वुहान में चीन के बायो लैब से फैला है जिसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। चीन को ट्रंप के आरोपों को काउंटर करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाना पड़ा था।