By नीरज कुमार दुबे | Mar 15, 2023
राहुल गांधी की ओर से विदेशी मंच से भारतीय संसद पर की गयी टिप्पणी का मुद्दा आज भी संसद के दोनों सदनों में उठा जिसके चलते भारी हंगामे की स्थिति रही। लोकसभा में अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही को चलाने का प्रयास किया लेकिन हंगामे और शोरशराबे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। लोकसभा में ओम बिरला ने आसन के समक्ष आकर हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीटों पर लौटने की अपील की लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी।
इस बीच, विपक्षी सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे के संसद भवन स्थित कक्ष में बैठक कर अपनी रणनीति बनाई। विपक्ष के सांसद आज ईडी कार्यालय तक विरोध मार्च निकालेंगे और अडाणी मामले से जुड़ी शिकायत एजेंसी को सौंपेंगे। इसको लेकर पूरे मार्ग में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किये गये हैं। विरोध मार्च दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर संसद भवन से शुरू होगा, जिसमें विभिन्न विपक्षी दलों के सांसद हिस्सा लेंगे। अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमला कर रहे विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाए। उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।
हालांकि विपक्ष की एकता में आज भी दरार दिखाई दी क्योंकि खड्गे के कक्ष में विपक्षी सांसदों की बैठक में तृणमूल कांग्रेस के सांसद नहीं पहुँचे। तृणमूल सांसदों ने अलग से संसद परिसार में प्रदर्शन करते हुए एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में वृद्धि का विरोध किया। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने घरेलू रसोई गैस के दामों में वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में जवाब देना चाहिए।
दूसरी ओर, भाजपा राहुल गांधी पर लगातार हमलावर है। आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सुबह-सुबह ही राहुल गांधी पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है। उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं आपने विदेश में कहा कि देश में उन्हें किसी विश्वविद्यालय में बोलने का अधिकार नहीं है। ऐसा है तो 2016 में दिल्ली में जब एक विश्वविद्यालय में 'भारत तेरे टूकड़े होंगे' का नारा लग रहा था तब आपने वहां जाकर इसका समर्थन किया, वो क्या था?