By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 01, 2022
कोलकाता। मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नथ (केके) के निधन पर कोलकाता पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया जिस पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि भाजपा को इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। पुलिस ने कहा कि गायक का पोस्टमार्टम किया गया है और रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। एक अधिकारी ने बताया, ‘‘केके जिस होटल में ठहरे थे, उसके मैनेजर और अन्य कर्मचारियों से पुलिस ने बात की है। न्यू मार्केट पुलिस थाने में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है।
यह पांच-सितारा होटल इसी थाना क्षेत्र में आता है जिसमें केके ठहरे थे। अस्पताल ले जाने से पहले इसी होटल में उन्होंने अस्वस्थ होने की शिकायत की थी।’’ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने गायक केके की मौत की जांच शुरू कर दी है और न्यू मार्केट थाने में अप्राकृतिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है। हम होटल अधिकारियों से बात कर रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि उन्हें अस्पताल ले जाने से पहले क्या हुआ था।’’ अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में दो लोगों से पूछताछ हुई है। शुरुआती जांच से पता चला है कि एक कॉलेज के दो कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने के लिए कोलकाता के दो दिवसीय दौरे पर आए 53 वर्षीय गायक को उस होटल में प्रशंसकों की भीड़ ने ‘‘लगभग घेर’’ लिया था। कोलकाता के दक्षिणी भाग में स्थित नजरुल मंच सभागार में प्रदर्शन के बाद वह होटल लौटे थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘गायक ने कुछ प्रशंसकों को अपने साथ तस्वीरें लेने की अनुमति दी थी, लेकिन फिर उन्होंने सेल्फी सेशन को जारी रखने से इनकार कर दिया। वह लॉबी छोड़कर ऊपर चले गए जहां वह कथित तौर पर ठोकर खाकर फर्श पर गिर गए। उनके साथ मौजूद लोगों ने होटल अधिकारियों को सूचित किया।’’ इसके बाद केके को शहर के दक्षिणी हिस्से में एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें ‘‘मृत लाया’’ हुआ घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि शायद गिरने के कारण गायक को दो जगह - एक उनके माथे पर बाईं ओर और दूसरा उनके होठों पर चोटें आईं। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘उन्हें रात करीब 10 बजे अस्पताल लाया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम उनका इलाज नहीं कर सके।’’
अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि ‘‘दिल का दौरा’’ पड़ने से गायक का निधन हुआ। उन्होंने कहा कि केके की मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए दिन में पोस्टमार्टम किया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘शव की अंत्य परीक्षण रिपोर्ट से मौत के सही कारण का पता चलेगा। हम इसका इंतजार कर रहे हैं।’’ इस बीच, गायक की पत्नी शहर पहुंचीं और अस्पताल गईं जहां उनका शव रखा गया है। इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने केके के पार्थिव शरीर को तोपों की सलामी देकर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। कार्यवाही की निगरानी कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिवंगत गायक को पुष्पांजलि अर्पित की, जिनका पार्थिव शरीर कुछ समय के लिए रवींद्र सदन में रखा गया था। बनर्जी को केके की पत्नी और कार्यक्रम स्थल पर मौजूद परिवार के अन्य सदस्यों को सांत्वना देते हुए देखा गया। एक अधिकारी ने बताया कि दिन में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद गायक के शव को रवींद्र सदन लाया गया। उन्होंने कहा कि उनके पार्थिव शरीर को नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ले जाया गया और उनके परिवार को सौंप दिया गया, जो पार्थिव शरीर के साथ मुंबई के लिए रवाना होंगे। बनर्जी बांकुरा में अपना दौरा बीच में छोड़ कोलकाता पहुंचीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केके के निधन पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हिंदी फिल्मों के पार्श्व गायक केके के आकस्मिक और असामयिक निधन से हम सब स्तब्ध और दुखी हैं। मेरे सहयोगी कल रात से यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि आवश्यक औपचारिकताओं, उनके अंतिम संस्कार के लिए और उनके परिवार को सभी आवश्यक सहयोग दिया जाए। मेरी गहरी संवेदना।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘केके युवाओं के लिए प्रेरणा थे। हमने एक महान गायक खो दिया है। मैंने उनकी पत्नी से बात की है जो कोलकाता पहुंची हैं। मौसम की स्थिति के मुताबिक, मैं गायक को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए एनएससीबीआई हवाई अड्डे पर पहुंचने की कोशिश करूंगी। राज्य पुलिस उन्हें तोपों की सलामी देगी।’’ इस बीच, घटना को लेकर भाजपा ने निष्पक्ष जांच की मांग की।
इसके साथ ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया और टीएमसी ने भाजपा को गायक की मौत का राजनीतिकरण नहीं करने के लिए कहा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए क्योंकि उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की ओर से पूरी तरह से चूक हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कथित तौर पर कार्यक्रम स्थल पर करीब 7,000 लोग मौजूद थे, जहां करीब 3,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। वहां बहुत भीड़ थी, जिसका मतलब है कि एक अति विशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) के लिए सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।’’ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने भट्टाचार्य की बात को दोहराते हुए कहा कि आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने बंगाली में ट्वीट किया, ‘‘हॉल की क्षमता क्या थी और कितने लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई थी? क्या इस तरह की सभा के लिए एयर-कंडीशनिंग पर्याप्त थी? सभागार में ऑक्सीजन का स्तर क्या था? इन चीजों पर गौर करने की जरूरत है।’’
पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने भी एक ‘‘सक्षम प्राधिकारी’’ से जांच की मांग की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं एक सक्षम प्राधिकारी द्वारा गायक केके के दुखद निधन की गहन जांच की मांग करता हूं। उनके प्रदर्शन के दौरान नजरूल मंच के आस पास का माहौल, उक्त मंच के कुप्रबंधन सहित कई अहम सवालों का पता चलता है, जो उनकी मृत्यु का कारण हो सकते हैं।’’ भाजपा की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा को अपनी ‘गंदी राजनीति’ बंद करनी चाहिए और किसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी मृत्यु वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है और हम सभी वास्तव में इसके बारे में दुखी हैं। लेकिन भाजपा जो कर रही है उसकी बिल्कुल भी उम्मीद नहीं है।
भगवा खेमे को अपनी गंदी राजनीति को रोकना चाहिए। उन्हें मौत का राजनीतिकरण करना बंद कर देना चाहिए। हम नहीं करेंगे लेकिन भाजपा अगर यह दावा करना शुरू कर दे कि केके उनकी पार्टी के नेता थे, तो आश्चर्य नहीं होगा।’’ घोष ने कहा कि प्रशासन सभी कदम उठा रहा है और जांच जारी है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री और कोलकाता के महापौर फरहाद हकीम ने कहा कि एयर कंडीशनिंग काम कर रही थी लेकिन अत्यधिक भीड़ थी। उन्होंने कहा, ‘‘केके एक बहुत लोकप्रिय गायक थे और युवा पीढ़ी के बीच उनके बहुत बड़े प्रशंसक थे। मैंने सुना है कि क्षमता लगभग 2,800 थी, लेकिन लगभग 7,000 लोगों ने उनकी एक झलक पाने और उनके गीत को सुनने के लिए हॉल में प्रवेश करने की कोशिश की थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वहां मौजूद लोग उनका गाना सुनना चाहते थे और सिर्फ इस आधार पर आप पुलिस से भीड़ पर लाठीचार्ज करने के लिए नहीं कह सकते।
एयर-कंडीशनिंग पूरी तरह से सही थी। मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि वे मौत का राजनीतिकरण न करें।’’ गायक ने सोमवार शाम को भी नजरूल मंच में विवेकानंद कॉलेज द्वारा आयोजित एक संगीत कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी। उनका बुधवार को नयी दिल्ली लौटने का कार्यक्रम था। ‘प्यार के पल’ और ‘यारों’ जैसी शुरुआती हिट एलबम ने केके को देश के युवाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया। एक पार्श्व गायक के रूप में उन्होंने ‘आंखों में तेरी’ (ओम शांति ओम), ‘जरा सा’ (जन्नत), ‘खुदा जाने’ (बचना ऐ हसीनो) और ‘तड़प तड़प’ (हम दिल दे चुके सनम) जैसे गाने गाए। बहुमुखी गायक केके ने तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी और बांग्ला सहित अन्य भाषाओं में भी गाने रिकॉर्ड किए।