By अंकित सिंह | Nov 27, 2024
संभल में मुगलकालीन मस्जिद के अदालती आदेशित सर्वेक्षण से संबंधित हिंसा के संबंध में पुलिस ने सात प्राथमिकी दर्ज की हैं। इसमें समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क और स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल को आरोपी बनाया गया है। जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है और 30 नवंबर तक संभल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। अशांति के परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, जिनमें सुरक्षाकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल थे।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने आज इसको लेकर सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि पुलिस ने सच्चाई छिपाने, अपनी लापरवाही छिपाने और यह कहने के लिए कि मैं अपने लोगों की मदद नहीं कर सकता, रिपोर्ट में मेरा नाम लिखा है। मैं अपने लोगों को उनका अधिकार और न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाता रहूंगा।' उन्होंने कहा कि जो भी कानूनी लड़ाई होगी, पूरी ताकत से लड़ी जाएगी और हम यह लड़ाई तब तक लड़ेंगे जब तक इस हत्याकांड में शामिल पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को सजा नहीं मिल जाती। जब तक उनका नाम नहीं आएगा हम चुप नहीं बैठेंगे।
बर्क ने कहा कि इस घटना के लिए पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार है। वे पहले दिन ही दंगा भड़काना चाहते थे, लेकिन हम मौजूद थे और स्थिति को संभाल लिया। उन्होंने कहा कि दंगे वाले दिन भी हमने स्थिति संभाली, लेकिन पुलिस प्रशासन ने मेरी अनुपस्थिति का फायदा उठाया और दंगा भड़का कर हमारे लोगों को मार डाला। उत्तर प्रदेश सरकार संभल में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई उपद्रवी तत्वों से करेगी। इन तत्वों की पहचान के लिए जगह-जगह उनके पोस्टर लगवाए जाएंगे। संभल शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में स्थित जामा मस्जिद के पिछले रविवार को हो रहे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी।