By अंकित सिंह | Jun 27, 2023
पिछले हफ्ते पटना में विपक्ष की बैठक में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कुछ दूरी पर बैठे देखा गया था। हालांकि, जब ममता बनर्जी बाहर निकल रही थीं तब दोनों नेताओं के बीच शब्दों का आदान-प्रदान जरूर हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ अब तक जो योजना बनाई गई है उसमें हर सीट पर मुकाबला 'वन टू वन' रखने पर जोर है। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के मुताबिक शिमला में अगली बैठक में चीजें आकार लेंगी।
टीएमसी के अनुसार, बंगाल में जमीनी स्थिति यह है कि विभिन्न स्थानों पर, कांग्रेस, भाजपा और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीआईएम) ममता बनर्जी की पार्टी के खिलाफ हाथ से हाथ मिला रही हैं। टीएमसी और कांग्रेस के बीच 'दुश्मनी' से साफ है कि कोई 'समझौता' नहीं हो सकता। पंचायत चुनाव प्रचार सभा में बनर्जी ने कहा, ''हम दिल्ली में 'महाजोत' बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यहां कांग्रेस, सीपीआईएम और बीजेपी ने मेरे पीछे 'महाघोट' बना दिया है। मैं उनका 'महाघोट' तोड़ दूंगी। इस टिप्पणी से साबित होता है कि केंद्र में तो गठबंधन हो सकता है, लेकिन बंगाल में टीएमसी कांग्रेस को एक इंच भी जगह नहीं देगी।
इस बीच टीएमसी के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने बीजेपी-कांग्रेस का एक पोस्टर ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “क्या आप इसे देख सकते हैं मल्लिकार्जुन खड़गे? यह बंगाल में आपकी पार्टी की लड़ाई की रणनीति है। वे एनडीए भागीदार के रूप में व्यवहार कर रहे हैं। टीएमसी बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है और आपकी पार्टी बीजेपी को ऑक्सीजन देने की कोशिश कर रही है। पहले आप निर्णय लें कि आपका दुश्मन कौन है? इस तरह की राजनीति ने कांग्रेस को शून्य कर दिया है।”
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने टीएमसी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ''नीतीश जी ने हमें बुलाया, ममता जी ने राहुल जी से पूछा कि वह कैसे हैं, उन्होंने जवाब दिया बस...ममता वहां जाने के लिए बाध्य हैं, यह मजबूरी है। कांग्रेस हमेशा बीजेपी के खिलाफ लड़ती है। कुछ दिन पहले ममता जी ने राहुल जी के बारे में बुरी बातें कही थीं। उन्होंने भारत जोड़ो पर कुछ नहीं कहा...।'' अधीर चौधरी टीएमसी पर जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं। वह टीएमसी को चोर पार्टी तक बता चुके हैं।