By अभिनय आकाश | Sep 20, 2024
टेक अरबपति ईलॉन मस्क की ब्रेन-चिप स्टार्टअप कंपनी न्यूरालिंक को एक एक्सपेरिमेंटल इम्प्लांट डिवाइस ब्लाइंडसाइट के लिए अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) से मंजूरी मिल गई है। दावा है कि यह डिवाइस उन लोगों को भी देखने में सक्षम बनाएगी, जिन्होंने अपनी दोनों आंखें खो दी है। न्यूरालिंक विजन लॉस, पैरालिसिस और संचार चुनौतियों जैसी विकलांगताओं को दूर करने के लिए चिप इंटरफेस बना रही है। मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि न्यूरालिंक का ब्लाइंडसाइट डिवाइस उन लोगों को भी देखने में सक्षम बनाएगा, जिन्होंने अपनी दोनों आंखें और ऑप्टिक तंत्रिका खो दी हैं। बशर्ते कि विजुअल कॉर्टेक्स बरकरार रहे, यह उन लोगों को भी पहली बार देखने में सक्षम बनाएगा, जो जन्म से अंधे हैं।
मस्क ने यह भी बताया कि शुरुआत में यह विजन लो-रिज़ोल्यूशन में होगी, ठीक वैसे ही जैसे पुराने वीडियो गेम्स में होते। उन्होंने मजाक में इसे 'अटारी ग्राफिक्स' जैसा बताया। लेकिन धीरे-धीरे यह तकनीक नेचुरल विजन से बेहतर हो सकती है और इसके जरिए व्यक्ति इन्फ्रारेड, अल्ट्रावायलेट और यहां तक कि रडार तरंगों को भी देख सकेगा। ट्वीट में उन्होंने साइंस फिक्शन टीवी सीरीज स्टार ट्रेक के एक पात्र जियोर्डी ला फोर्ज की तस्वीर भी पोस्ट की, जो जन्म से अंधा है, लेकिन विभिन्न तकनीकी उपकरणों का उपयोग करता है, जिससे वह देख सकता है।
एफडीए की मंजूरी की पुष्टि करते हुए न्यूरालिंक ने कहा कि ब्लाइंडसाइट को अमेरिकी सरकारी निकाय से ब्रेकथ्रू डिवाइस डिजिग्नेशन प्राप्त हुआ है। एफडीए का ब्रेकथ्रू डिवाइस डिजिग्नेशन कुछ चिकित्सा उपकरणों को दिया जाता है जो जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थितियों का उपचार या निदान प्रदान करते हैं। इसका उद्देश्य वर्तमान में विकास के तहत उपकरणों के विकास और समीक्षा में तेजी लाना है।