By अंकित सिंह | Oct 17, 2024
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा जुलूस के दौरान हुई हिंसा के दो आरोपियों को मुठभेड़ में गोली मार दी गई। पुलिस ने कहा कि 13 अक्टूबर को दुर्गा पूजा जुलूस में 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की हत्या के दो आरोपियों सरफराज और तालीम को उस समय गोली मार दी गई जब वे नेपाल भाग रहे थे। यह मुठभेड़ नेपाल सीमा के करीब बहराईच के हांडा बसेहरी इलाके के पास हुई। सपी बहराइच वृंदा शुक्ला ने बताया कि 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनमें से दो पुलिस गोलीबारी में घायल हो गए हैं।
हालांकि, इसको लेकर राजनीति तेज हो गई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित तमाम विपक्षी दल राज्य की योगी सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है। अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता।
साप प्रमुख ने साफ तौर पर कहा कि यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां(बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? उन्होंने आरोप लगाया कि एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है... यह कहां की न्याय व्यवस्था है? कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि दुकानें जलाने वाले दंगाइयों को भी सज़ा होनी चाहिए। दंगाइयों को किसी धर्म से क्यों जोड़ते हो? जिन्होंने पूरा बाज़ार जला दिया और महिलाओं से बदसलूकी की, उनका भी इलाज करना चाहिए।
समाजवादी पार्टी नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बहराइच में जो हिंसा, आगजनी और लूट-पाट की घटनाएं हुई हैं उसमें पुलिस, प्रशासन और सरकार की पूरी विफलता थी। कई घंटों तक बहराइच में आगजनी होती रही। वहां पुलिस नहीं पहुंची , प्रशासन नहीं पहुंचा और वहां दंगा भड़क गया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इसमें पूर्ण रूप से वहां का पुलिस-प्रशासन दोषी है जिसे मालूम था कि नवरात्रि के बाद लोग वहां जाएंगे। प्रदेश सरकार और वहां का प्रशासन इस घटना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार था।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है, कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। भाजपा में उत्तर प्रदेश में इतना भीतर घात है, योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में है कि वे केवल उसी को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में ADG कानून-व्यवस्था को दंगा होने के 48 घंटे बाद बंदूक लेकर सड़क पर चलना पड़े, वहां की कानून-व्यवस्था क्या होगी आप समझ सकते हैं। उत्तर प्रदेश में हम बार-बार शांति बहाल करने की अपील कर रहे हैं। बहराइच के हालात सामान्य होने चाहिए लेकिन वे बद से बदतर होते जा रहे हैं। यह सच है कि उत्तर प्रदेश की जो पुलिस एक रूट पर व्यवस्था तक नहीं कर सकी वो एनकाउंटर करने में सबसे आगे रहती है।