By अंकित सिंह | Sep 14, 2021
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव है। चुनाव को देखते हुए राजनेता अपने-अपने एजेंडे को जमीन पर उतारने की कोशिश में जुट गए हैं। इन सबके बीच चुनावी टोन भी सेट किया जा रहा है। हाल में ही योगी आदित्यनाथ समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए मुलायम सिंह यादव के लिए अब्बा जान का प्रयोग किया। योगी आदित्यनाथ ने पहले इसका प्रयोग एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में किया था। इसके बाद उन्होंने हाल में ही कुशीनगर में एक जनसभा के दौरान इसका प्रयोग किया। योगी ने रविवार को पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा था, ‘‘अब्बा जान कहने वाले गरीबों की नौकरी पर डाका डालते थे। पूरा परिवार झोला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ता था। अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे। राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था। आज जो गरीबों का राशन निगलेगा, वह जेल चला जाएगा।’’
राहुल का आरोप
इसी को लेकर उत्तर प्रदेश में अब हाई लेवल पॉलिटिक्स जारी है। आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने योगी आदित्यनाथ के अब्बा जान वाले बयान की पृष्ठभूमि में उन पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि जो नफरत करें वह योगी कैसे हो सकता है। इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने हाथरस में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या की घटना के एक साल पूरा होने पर एक फेसबुक पोस्ट में प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘न्याय का इंतजार जारी है। हाथरस की बेटी, देश की बेटी।<
सीएमओ का पलटवार
राहुल गांधी पर अब मुख्यमंत्री कार्यालय ने जबरदस्त पलटवार किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि योगी आदित्यनाथ के कार्यालय ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर अपराधियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना नफरत है, तो यह नफरत अनवरत जारी रहेगी। राहुल गांधी ने योगी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘जो नफ़रत करे, वह योगी कैसा!’’ इस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘जिन्ह कें रही भावना जैसी। प्रभु मूरति तिन्ह देखी तैसी। और हां श्रीमान राहुल जी!अपराधियों और उपद्रवियों के साम्राज्य पर बुलडोजर चलाना अगर नफरत है, तो ये नफरत अनवरत जारी रहेगी।’’
कांग्रेस ने साधा था निशाना
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘अब्बा जान’ वाले बयान को लेकर उनपर निशाना साधा और कहा कि कोरोना महामारी के समय गंगा में लाशें तैरने के समय योगी कहीं नजर नहीं आए, लेकिन अब चुनाव नजदीक आने पर अपने पुराने ढर्रे पर जाकर ‘अब्बा जान’ को याद करने लगे हैं। पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने योगी पर ‘‘ओछी मानसिकता’’ रखने का आरोप लगाया और कहा कि लोगों को बांटने की यह तरकीब नहीं चलने वाली है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिस मुख्यमंत्री को लखनऊ और कलकत्ता का भेद पता न हो, जिस मुख्यमंत्री को भारत और अमेरिका का भेद पता न हो, उस मुख्यमंत्री की बातों को गंभीरता से लेना, गंभीरता का अपमान करना है।’’ वल्लभ ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘अब्बा जान- भाई जान करते-करते हो गए सत्ता में विराजमान, चुनाव नजदीक आते ही वापस से शुरू कर दिया, श्मशान- कब्रिस्तान। कोरोना के दौरान आपकी लचर स्वास्थ्य व्यवस्था ने ले ली लाखों लोगों की जान, अब आपको पूरी तरह से उत्तर प्रदेश गया है, पहचान।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘जब लोगों की लाशें गंगा मैया में तैर रही थीं, तब योगी कहां थे? उस समय आप क्या कर रहे थे? जब उत्तर प्रदेश के लोग दिल्ली और मुंबई से पैदल आ रहे थे, तब आप छिपकर कहां बैठे थे? उस समय आपका क्या शासन मॉडल था?’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर ‘अब्बा जान’ की याद आ गई, ताकि ध्रुवीकरण हो, लेकिन इस बार यह तरकीब नहीं चलने वाली है।