बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को एक बार फिर एनडीए छोड़ने के अपने पहले के फैसले पर खेद जताया। उन्होंने पटना के बापू सभागार में आयोजित विभिन्न केंद्रीय और राज्य योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वहां मौजूद थे। शाह से अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि हमसे गलती हुई। पार्टी ने दो बार ऐसा फैसला लिया। लेकिन अब ऐसी गलती नहीं होगी।
नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि पहले बिहार में गुंडागर्दी होती थी लेकिन हमारी सरकार ने इसे खत्म कर दिया। पहले लोग शाम होते ही घरों से निकलना बंद कर देते थे लेकिन अब लोग बिना किसी डर के सड़कों पर निकल रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बिहार में बहुत अच्छा काम कर रही है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि दो बार हमने पार्टी के कुछ लोगों के कहने पर वहां (महागठबंधन) जाकर गलती की। लेकिन अब हमने तय किया है कि ऐसा दोबारा कभी नहीं होगा। यह गलत है। मुझे मुख्यमंत्री किसने बनाया था? अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया था। हम कैसे भूल सकते हैं?
शाह ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2025 के अवसर पर बिहार में केंद्र और राज्य सरकार की करोड़ों रुपये की नयी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। शाह ने यहां 532 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन किया जिसमें सहकारिता विभाग की 111 करोड़ रुपये और नगर विकास एवं आवास विभाग की 421 करोड़ रुपये की योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने 181 करोड़ रुपये की लागत वाली पुलिस की 133 इमारतों और 109 करोड़ रुपये की लागत वाली तीन सड़क परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।