कोरोना महामारी से लगे लॉकडाउन का असर हर देश में देखा जा रहा है। देश में बढ़ते कोरोना के संक्रमण का सेक्स वर्कर पर काफी बुरा असर पड़ा है। कमाई का कोई जरिया न होने के कारण अब सबको भुखों मरने तक की नौबत आ गई है। कोरोना का डर सबसे ज्यादा इन सेक्स वर्कर पर बना हुआ है। वायरस न हो जाए इस डर में अब यहीं सेक्स वर्कर अपने कमरे की पहले के मुकाबले ज्यादा सफाई कर रही है। खाली बैठी यहीं महिलाएं अब अकसर अपने मोबाइल फोन में घुसी रहती है। नई तकनीक सीख रही है जिससे कमाई हो सकें। अब आप भी सोच रहे होंगे कि भला इन सेक्स वर्कर को मोबाइल से क्या कमाई हो सकती है? इस कोरोना काल में अब ये महिलाएं कामुक बातें करना, फोन सेक्स और स्ट्रिपिंग जैसी चीजों को सीख रही है। भले ही देश में कोरोना लॉकडाउन खुल चुका है, लेकिन इन सेक्स वर्कर के लिए अभी भी मुसीबतें बनी हुई है। जिस्म बेचकर अपनी घर चलाने वाली ये महिलाएं अब खानें-खानें को तरस रही है। कोरोना काल में अब कुछ भी पहले जैसा नहीं रहेगा। इसलिए अब ये सेक्स वर्कर घर चलाने के लिए डिजिटल सेक्स यानि कि ई-सेक्स को अपना रही है। इसमें क्लांइट के साथ फोन के जरिए न्यूड फोटोज, वीडियोज शेयर किए जाएंगे और अगर सेक्स होता भी है तो किस करने की मनाही है।
कोलकाता का रेड लाइट इलाका सोनागाछी
उत्तर कोलकाता के रेड लाइट इलाके सोनागाछी की एक सेक्स वर्कर के मुताबिक कोरोना लॉकडाउन के दौरान उन्हें कई क्लाइंट के फोन आए। फोन पर क्लाइंट की अलग-अलग फरमाइशें होती जैसे कोई न्यूड फोटोज मांगता तो कोई सफेद साड़ी में देखने की फरमाइशे करता। उन्होंने बताया कि कुछ ऐसी भी सेक्स वर्कर है जो ये काम घरवालों से छिपकर कर रही है। कुछ सेक्स वर्कर ने हाई-टेक अपनाया हुआ है। ऐसे में ये सेक्स वर्कर अपने क्लाइंट को फोन सेक्स की पेशकश करती है साथ ही पैसे का लेन-देन भी अब डिजिटल पेंमेट के जरिए किया जा रहा है।
कोरोना काल ने बदला काम करने का तरीका
बता दें कि कोरोना का खतरा इन सेक्स वर्कर पर ज्यादा बना हुआ है इसलिए इनके काम करने के तरीके में भी बदलाव आ गया है। ये लोग अब वीडियो चैट पर क्लाइंट से बात करते है और क्लाइंट के हिसाब से ही फोटो और विडियो भेजते हैं। इस कोरोना काल में अब बिना किस वाला सेक्स, बिना फिजिकल कॉन्टेक्ट वाला डांस अब काम के नए तरीके बन गए हैं। बता दें कि ये सेक्स वर्कर कोरोना से बचने के लिए सेक्स से पहले क्लाइंट का नहाना, मास्क लगाना और बेड शीट को चेंज करने जैसी चीजों का भी ध्यान रखती है।