By दिनेश शुक्ल | Jun 12, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश में शराब की दुकानों पर आबकारी विभाग की महिलाकर्मीयों द्वारा शराब बेचें जाने की तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सरकार हरकत में आई है। आबकारी विभाग की महिलाकर्मीयों के शराब बेंचने पर विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया है। जिसके बाद आबकारी विभाग ने देर शाम शुक्रवार को आदेश जारी करते हुए शराब दुकानों पर सिर्फ पुरूषकर्मीयों को तैनात करने के आदेश जारी किए है।
प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार को 78 दिनों से बंद पड़ी 90 शराब दुकानों में से 32 दुकानें शाम पांच बजे खुल गईं थी। इन दुकानों का संचालन आबकारी विभाग ही कर रहा है। विभाग ने महिला अधिकारियों की शराब बेचने व राजस्व एकत्रित करने में लगाया गया था। महिला आरक्षकों को जहां शराब बेचने में लगाया गया है, वहीं महिला नायब तहसीलदारों की तैनाती राजस्व एकत्रित कर बैंक में जमा कराने के लिए लगा दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा ड्यूटी चार्ट भी तैयार किया गया है। हालांकि होम गार्ड के जवानों को लगाने के लिए विभाग ने पत्र लिखा था लेकिन अब तक होम गार्ड से जवान नहीं मिल पाए थे।
वही आबकारी विभाग की महिलाकर्मीयों के शराब बेंचने पर कांग्रेस ने इसे राजनीति मुद्दा बनाते हुए इसका विरोध किया था। वही सोशल मीडिया पर भी कुछ तस्वीरें वायरल हो रही थी। जिसमें लोग तरह-तरह के कमेंट करते हुए नज़र आ रहे थे। जिसके बाद मध्य प्रदेश आबकारी आयुक्त राजीव चंद दुबे ने सभी जिला कलेक्टरों को शराब की दुकानों पर विक्रयकर्ता नियुक्त करने के आदेश निकाले है। जिसमें तीन श्रेणियों के पुरूषकर्मीयों को ही शराब बेंचने के लिए नियुक्त करने के आदेश दिए गए है। जिसमें आबकारी विभाग के कर्मचारीगण, नगर सैनिक और आउटसोर्स एजेंसी से प्राप्त कर्मचारी शामिल है।