जकार्ता। गत विजेता भारत की पुरुष हॉकी टीम यहां एशियाई खेलों के पहले मैच में इंडोनेशिया को 17-0 से हराने के बाद कल अपने दूसरे पूल मैच में हांगकांग के खिलाफ भी बड़े अंतर से जीत दर्ज करना चाहेगी। भारत ने कल इंडोनेशिया को हराकर एशियाई खेलों के इतिहास में अपनी सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इससे पहले भारत ने 1974 में ईरान और 1982 के एशियाई खेलों में बांग्लादेश को 12-0 से हराया था।
एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा के स्तर की हालांकि विश्व स्तर से तुलना नहीं की जा सकती लेकिन किसी देश को 17-0 के विशाल अंतर से हराना भारत के लिए मनोबल बढ़ाने वाली जीत के रूप में देखा जा सकता है। दुनिया की पांचवें और एशिया की पहले नंबर की टीम भारत लगातार दूसरी बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदार है। एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने पर भारत सीधा तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लेगा और साथ ही उसे 2020 के ओलंपिक की तैयारी के लिए काफी समय मिल जाएगा।
कल के मुकाबले में गोल वर्षा होने की पूरी संभावना है जब दुनिया की पांचवीं नंबर की टीम 45वें नंबर की टीम हांगकांग से भिड़ेगी। इसके बाद भारत 24 अगस्त को जापान, 26 अगस्त को दक्षिण कोरिया और 28 अगस्त को श्रीलंका के खिलाफ खेलेगा।।कोच हरेंद्र हांगकांग के खिलाफ भी अपनी योजनाओं और खिलाड़ियों के साथ प्रयोग कर सकते हैं।