By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 25, 2017
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय कार्यालय में शार्प शूटरों को तैनात किया है क्योंकि वहीं पर कुलभूषण जाधव अपनी पत्नी और मां से मुलाकात करने वाले हैं। गौरतलब है कि जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनाई गई है। जाधव (47) इस्लामाबाद स्थित विदेश कार्यालय में अपने परिवार से आज मुलाकात करेंगे। मुलाकात का वक्त अभी बताया नहीं गया है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह मुलाकात दोपहर में हो सकती है।
विदेश कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मुलाकात कितनी देर की होगी यह भी नहीं बताया गया है लेकिन यह घंटेभर तक चल सकती है। जाधव का परिवार यूएई होते हुए इस्लामाबाद आ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्रालय में जाधव की उनके परिवार से मुलाकात के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस और अर्द्धसैनिक सुरक्षा बल, जिनमें शार्पशूटर भी शामिल हैं, उन्हें विदेश कार्यालय में तैनात किया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि वह इस मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो जारी करेगा। इसके अलावा यदि भारत रजामंदी देता है तो वह परिवार को मीडिया से बातचीत करने की भी इजाजत देगा। हालांकि बाद में अधिकारियों ने कहा कि है कि जाधव का परिवार मीडिया से बातचीत नहीं करेगा। पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल माह में जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी।
अधिकारियों ने बताया कि कांस्टीट्यूशन एवेन्यू , जहां विदेश कार्यालय स्थित है वहां तक जाने वाले मार्गों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। विदेश कार्यालय जाने वाले लोगों को विशेष सुरक्षा पास जारी किए गए हैं। पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अप्रैल माह में जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी। जिसके बाद मई में भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का दरवाजा खटखटाया था।
आईसीजे ने भारत की अपील पर इस मामले में अंतिम फैसला सुनाने तक फांसी की सजा पर रोक लगा दी थी। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को अशांत बलूचिस्तान प्रांत से पिछले वर्ष तीन मार्च को गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान ने कहा था कि जाधव ईरान के रास्ते वहां पहुंचा था। हालांकि भारत का यह कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया है जहां वह भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने कारोबार के सिलसिले में गया था।