पटना। बिहार में सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने आज कहा कि उसने अपनी पार्षद मनोरमा देवी को विपक्ष के दबाव में नहीं, बल्कि पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पार्टी से निलंबित किया। जदयू ने अपनी पार्षद मनोरमा देवी को कथित तौर पर उसके बेटे राकेश रंजन यादव उर्फ रॉकी यादव को कई दिनों तक छिपाने के लिए निलंबित किया। रॉकी यादव गया में आदित्य सचदेव हत्या मामले में आरोपी है।
जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने बताया, ''पार्टी से पार्षद मनोरमा देवी का निलंबन और उनके खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कार्रवाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस स्पष्ट विश्वास के आधार पर की गई कि कानून सबके लिए बराबर है।’’ सिंह उन मीडिया रपटों को लेकर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें कहा गया कि विपक्ष की ओर से ‘बढ़ते दबाव’ के कारण जदयू द्वारा मनोरमा देवी को पार्टी से निलंबित किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का निरंतर यह रख रहा है कि कानून को बिना किसी के भय के अपना काम करना चाहिए, चाहे वह जदयू के विधायक हों या गठबंधन साझीदारों के नेता हों। सिंह ने कहा, ''नीतीश कुमार न ही किसी को मामले में फंसाते हैं और न ही आरोप का सामना कर रहे किसी व्यक्ति का बचाव करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ''नीतीश कुमार की सरकार में अपराध करने वाले किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा फिर चाहे वह कितना ही ताकतवर क्यों न हो।