By अंकित सिंह | Dec 15, 2023
1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट साजिश मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मोहम्मद सलीम मीरा शेख और शिवसेना (यूबीटी) नेता सुधाकर बडगुजर के कथित संबंधों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शुक्रवार को घोषणा की। फडणवीस की घोषणा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो विधायकों नितेश राणे और आशीष शेलार के अनुरोध पर आई, जिन्होंने कथित तौर पर सेना के नासिक शहर प्रमुख द्वारा आयोजित एक पार्टी की तस्वीरें और वीडियो क्लिप तैयार की थीं, जहां मोहम्मद सलीम मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह सबूत गैंगस्टरों और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सेना के बीच संबंध स्थापित करता है।
राज्य सरकार में गृह विभाग संभालने वाले फडणवीस ने कहा कि दाऊद इब्राहिम का करीबी सहयोगी मोहम्मद सलीम उर्फ सलीम कुत्ता पैरोल पर बाहर है। उन्होंने कहा कि पैरोल पर रहते हुए ऐसी किसी भी पार्टी या गतिविधियों की अनुमति नहीं है। उन्होंने पैरोल नियमों का उल्लंघन किया है। यह बेहद गंभीर मामला है क्योंकि फोटो और वीडियो में अपराधी पार्टी करता और डांस करता नजर आ रहा है। यह जांचने की जरूरत है कि (अन्य) लोग कौन हैं और उसे किसका आशीर्वाद प्राप्त है।' इससे बहुत गलत संदेश जाता है और राजनीतिक नेताओं को भी संवेदनशीलता से काम करने की जरूरत है।' हम इस मामले की समयबद्ध तरीके से एसआईटी से जांच कराएंगे।'
लोक निर्माण विभाग मंत्री और नासिक के संरक्षक मंत्री दादा भूसे ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच करने की जरूरत है क्योंकि इसमें आतंकी फंडिंग का संभावित पहलू है। शेलार ने कहा कि अपराधी एक लक्जरी आयातित कार में आया था और पार्टी कुछ सेना नेताओं की संस्कृति का हिस्सा थी। बीजेपी नेता नितेश राणे ने कहा कि 1993 बम विस्फोट के आरोपी दाऊद इब्राहिम के करीबी सलीम कुट्टा ने पैरोल के दौरान एक पार्टी का आयोजन किया था और कथित तौर पर इसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता मौजूद थे। मेरे पास पार्टी के वीडियो हैं...इन सबकी जांच होनी चाहिए...अगर राजनीतिक नेता खुद को आतंकवादियों से जोड़ेंगे तो हमारा राज्य और देश सुरक्षित नहीं रहेगा।