पिलोनिडल सिस्ट शायद बहुत से लोगों के लिए एक नया शब्द हो। लेकिन अधिकतर पुरूष इसके बारे में भली−भांति वाकिफ होंगे। यह त्वचा में एक छोटा सा छेद है, जो अमूमन कूल्हों के उपर और रीढ़ की हड्डी के अंतिम छोर पर होता है। इसमें अक्सर एक घाव या फोड़ा होता है, जिसमें मवाद भी होती है। जब शरीर से टूटा हुआ बाल त्वचा के अंदर चला जाता है तो इससे स्किन में संक्रमण होता है और फिर यह पिलोनिडल सिस्ट की समस्या होती है। चूंकि पुरूषों की त्वचा पर अधिक बाल होते हैं, इसलिए उन्हें यह समस्या होने की संभावना अधिक रहती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको पिलोनिडल सिस्ट और उसके पीछे के कारणों के बारे में बता रहे हैं−
क्या होता है पिलोनिडल सिस्ट
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि पिलोनिडल सिस्ट में वास्तव में छोटा सा छेद है या घाव है, जो कूल्हों के उपरी हिस्सों में होता है। यह समस्या तब होती है, जब त्वचा के पिछले हिस्से में बाल अव्यवस्थित हो जाते हैं या फिर किसी कारणवश वह त्वचा के छिद्र में समा जाते हैं। धीरे−धीरे संक्रमण बढ़ने लगता है, जिससे घाव भी बढ़ता है और इसमें काफी दर्द का अहसास होता है। ऐसे में इस समस्या के उपचार के लिए डॉक्टरी सहायता की जरूरत होती है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, जो पुरूष लंबे समय तक एक जगह बैठे रहते हैं, उन्हें यह समस्या होने की संभावना अधिक होती है।
क्या होता है कारण
अगर पिलोनिडल सिस्ट के कारणों की बात की जाए, तो इसके असली कारणों के बारे में पूरी तरह से कुछ कहा नहीं जा सकता। वैसे तो इसके कारणों में स्किन से बाल टूटना मुख्य वजह बनता है। कई बार कूल्हों की रगड़ होने या फिर उस क्षेत्र में कटाव हो जाता है। वहीं कुछ लोगों में जन्मजात ही नितंबों के बीच की त्वचा कुछ हद तक धंस जाती है। इस स्थित मिें स्किन से टूटा हुआ बाल उसके अंदर चला जाता है। जिसके बाद स्किन में संक्रमण शुरू होता है और फिर पिलोनिडल सिस्ट की शुरूआत होती है। जिन पुरूषों की स्किन पर अधिक बाल होते हैं, उन्हें यह बीमारी होने की संभावना काफी अधिक होती है।
मिताली जैन