By दिनेश शुक्ल | Dec 15, 2020
भोपाल। किसान आंदोलन और कृषि कानून को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष, पूर्व मंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष का कार्य देख रहे जीतू पटवारी ने कहा है कि किसान आंदोलन के बाद और उससे पहले भाजपा नेताओं का किसानों को लेकर जो रूख रहा है वह किसी से छुपा नहीं है। भाजपा नेता दो व्यापारियों को लाभ पहुँचाने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे है। भाजपा नेता अन्नदाता किसान को निठल्ला कह रहे है, तुकड़े-तुकड़े गैग बता रहे है। शर्म आना चाहिए ऐसी मानसिकता पर जो हमारा पेट भरने वाले हमारे भगवान को व्यापारियों को लाभ पहुँचाने के लिए गालियां देने से भी गुरेज नहीं कर रहे।
जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कह रहे है कि कुकरमुत्तों की तरह किसान संगठन उग आए है, कमल पटेल प्रदर्शनकारी किसान संगठनों को 'कुकुरमुत्ता' करार दे रहे हैं। कमल पटेल ने कहा, 'ये किसान संगठन 'कुकुरमु्त्तों' की तरह उग आए हैं, ये किसान नहीं हैं, बल्कि व्हीलर डीलर (राजनीतिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में संलग्न रहने वाले) और एंटी नेशनल हैं।' कमल पटेल यह भी कहते है कि ये किसान संगठन नहीं बिचौलियों के संगठन हैं, देशद्रोहियों के संगठन हैं। विदेशी ताक़तों के इशारे पर चलने वाले संगठन है। उज्जैन भाजपा किसान मोर्चा के ज़िला मंत्री हाकम सिंह आंजना कहते है कि किसान सबसे बेईमान और चोर जात है, उनको जूते मारो, यह है इनकी मानसिकता। तो भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा किसानों की आत्महत्या पर कहते है कि सब्सडी चाटने वाले किसान मरते है, एक एकड़ में 50 क्वांटल अनाज भगवान नहीं उगा सकता तो किसान क्या उगाएगा, पटवारी ने कहा कि भैया रामेश्वर जी यह किसान है धरती का सीना चीरकर आपका पेट भरता है, उसकी मजबूरी का आप मजाक उड़ाते हो वही, किसानों पर गोलियां चलवाकर कैलाश विजयवर्गीय 5 किसानों की मौत को बड़ा मुद्दा नहीं मानते, क्या यही भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा है।
जबकि गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को संत बताने वाली इनकी सांसद प्रज्ञा ठाकुर किसानों को आतंकवादी बता रही है। ठाकुर कह रही है कि अपने हकों के लिए प्रदर्शन कर रहे किसान आतंकवादी है, इनके केन्द्रीय मंत्री कहते है कि खालिस्तानी है और चीन और पाकिस्तान के एजेंट है। एक तरफ अपने आप को किसान दर्शाने वाले गृह मंत्री अमित शाह किसानों से बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी राव साहब दानवे पाटिल का बयान आता है कि यह किसानों का आंदोलन नहीं है, इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। चाहे रविशंकर प्रसाद हो या जावडेकर सभी किसी न किसी तरह किसानों को एंटी नेशनल या देश विरोधी करार देने में लगे है तकि उनके व्यापारी मित्रों के लिए बनाए गए इस कृषि कानून को वह वैध ठहरा सकें।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि जबकि हर मुद्दे पर मुखर रहने वाले हमारे लोकप्रिय प्रधानमंत्री कुछ बोल ही नहीं रहे चुप्पी साधे हुए है। जबकि मोदी और शाह की हठधर्मिता के आगे पूरी पार्टी नतमस्तक है, यही नहीं बीजेपी के अंदर खुद इस कृषि कानून को लेकर विरोध है, लेकिन वह तानाशाही ही क्या जो हिटलर से मेल न खाती हो। जीतू पटवारी ने कहा कि ऐसा क्या था कि आपने बिना चर्चा के ये तीनों कृषि कानून संसद में पास करवा लिए, ऐसी क्या मजबूरी थी कि पहले किसान के पास बिल का प्रारूप लेकर नहीं गए, किसान संगठन जिन्हें इनके मंत्री कुकुरमुत्ता कर रहे है उनसे राय नहीं ली। विपक्ष को भरोसे में नहीं लिया उनसे पूछने तक की जहमत नहीं उठाई। मुझे तो उनकी ढाड़ी में तिनका दिख रहा है जिसे यह छुपाने की कोशिश कर रहे है और विपक्ष पर आरोप लगाए जा रहे है कि वह किसानों को भड़का रहे है।
जीतू पटवारी ने कहा कि तो आप किसानों को क्यों नहीं समझा पा रहे कि रात के अंधेरे में पास किया गया बिल उनके हित के लिए है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि आप अपनी जिद पर अड़े है। क्या उन बड़े व्यापारियों के लिए जिन्हें आपने देश की रेल बेंच दी, देश के एयरपोर्ट बेंच दिए, देश को बेंचने की तैयारी है और वह भी कृषि कानूनों के माध्यम से किसानों को अंकुश लगाकर उन्हें बंधुआ मजदूर बनाकर ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह ये बीजेपी काम कर रही है। लेकिन आप कुछ भी कह ले हम किसानों के साथ खड़े है और आखिरी दम तक खडे रहेंगे उनकी लड़ाई लड़ना विपक्ष का कर्तव्य है और यह लड़ाई हम लड़ेगें यह हमारा संवैधानिक अधिकार है।
जीतू पटवारी ने कहा कि एमएसपी की बात करने वाले भाजपा नेता यह भूल गए क्या कि केन्द्र की उनकी ही सरकार ने एमएसपी देने से मना कर दिया था, शिवराज जी बताएं कि उनकी सरकार द्वारा लाए गए भावांतर योजना का क्या हुआ। शिवराज जी आप एक तरफ कहते है कि दूसरे प्रदेश के किसानों को अपने प्रदेश में अनाज बेंचने घुसने तक नहीं देंगे और दूसरी तरफ आपके मोदी जी और अमित शाह जी द्वारा लाए गए कृषि कानून में पूरे देश में किसान द्वारा अनाज बेंचने का प्रवधान किया है, तो क्या आप भी मोदी और अमित शाह के कानून के विरोध में है स्पष्ट करें।
जीतू पटवारी ने कहा कि मैं भाजपा के नेताओं से कहता हूँ कि वह झूठ बोलना बंद करें, हठधर्मिता छोड़कर अन्नदाता हमारा पेट भरने वाले भगवान किसान के विषय में सोचे न कि व्यापारियों को लाभ पहुँचाने के लिए लाए गए कानून पर सफाई देकर अपने आपको सच साबित करने की कोशिश। उन्होंने कहा कि देखिए मोदी जी, अमित शाह जी, शिवराज जी और आपके नेता किसानों की आह बहुत बुरी होती है अगर वह आपको सत्ता की कुर्सी पर बैठा सकते है तो उतार भी सकते है इसे न भूले।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा संभागीय किसान सम्मेलन करवा रही है, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता पहुँच रहे है और भाजपा नेता इस कार्यकर्ता सम्मेलन को किसान सम्मेलन बता रहे है और किसानों को कृषि कानून के बिषय में जानकारी देने की बात कहते है। जबकि असलियत यह है कि भाजपा का यह कार्यकर्ता सम्मेलन किसान सम्मेलन के नाम से करके भाजपा नेता किसानों को भ्रमित करना चाहते है। अड़ानी और अंबानी के व्यावार को बढ़ाने के लिए लाए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और आंदोलन कर रहे किसानों की बात माने। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आंदोलन कर रहे किसानों के साथ है। वही पूर्व मंत्री पी.सी.शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आगामी दिनों में किसानों के समर्थन में प्रदेशव्यापी उपवास और धरना प्रदर्शन करेगी।